Vayu Pradushan Kya Hai: यह तो आप बहुत अच्छी तरह से जानते ही होंगे की धरती पर रहने वाले मनुष्य और जानवरो को जीवित रहने के लिए वायु का होना सबसे ज्यादा जरुरी है| पृथ्वी पर मौजूद वायु के माध्यम से इंसान सांस लेता है और आप यह भी कह सकते है वायु ही जीवन का आधार है| यह तो आप समझ ही गए होंगे की बिना वायु जीवन संभव नहीं है लेकिन अगर वायु में अलग अलग प्रकार के जहरीली गैस या धूल के कण इत्यादि घुल जाएं तो क्या होगा, दरसल ऐसी स्थिति में वायु दूषित हो जाती जो हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक होती है| वायु प्रदूषण से होने वाले नुक्सान का अनदाजा आप इस बात से लगा सकते है की हर साल केवल भारत में लगभग 10 लाख से ज्यादा इंसानो की मौत वायु प्रदूषण की वजह से हो जाती है| आमतौर पर अधिकतर इंसान वायु प्रदूषण के बारे में जानते है लेकिन कुछ लोग ऐसे होते है जिन्हे वायु प्रदूषण के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है| जिन इंसानो को वायु प्रदूषण के बारे में जानकारी नहीं होती है ऐसे इंसानो के मन में कुछ सवाल जरूर होते है जैसे वायु प्रदूषण के कारण कौन कौन से होते है या वायु प्रदूषण से बचने के उपाए इत्यादि, अगर आपको भी वायु प्रदूषण के बारे में जानकारी नहीं है तो हमारा यह लेख आपके लिए फायदेमंद साबित होगा क्योंकि हम अपने इस लेख में वायु प्रदूषण के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| चलिए सबसे पहले हम आपको वायु प्रदूषण क्या है? (vayu pradushan kya hai) के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
वायु प्रदूषण क्या है? (vayu pradushan kya hai)
यह तो आप अच्छी तरह से जानते ही होंगे की इंसान को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की जरुरत होती है, इंसान को ऑक्सीजन वायु के माध्यम से प्राप्त होती है| वायुमण्डल में अलग अलग तरह की गैसें पाई जाती है, जो एक निश्चित मात्रा और अनुपात में मौजूद होती हैं। लेकिन जब किसी भी वजह से वायुमंडल में मौजूद गैसों की मात्रा और अनुपात में बदलाव हो जाता है, तो इस बदलाव वायु प्रदूषण कहा जाता है| सरल भाषा में समझे तो जब वायु में हानिकारक गैसें या धुआँ या खनिजों के कण इत्यादि घुल जाते है तो वायु प्रदूषित हो जाती है, जिसे वायु प्रदूषण कहा जाता है| प्रदूषित वायु का बुरा असर इंसान के शरीर के साथ साथ पृथ्वी पर रहने वाले जीव जन्तुओ पर भी पढता है| चलिए अब हम आपको वायु प्रदूषण होने के कारणों के बारे में बताते है
वायु प्रदूषण के कारण
वायु प्रदुषण के बहुत सारे कारण होते है, चलिए अब हम आपको वायु प्रदुषण के कुछ करने के बारे में जानकारी दे रहे है
प्राकृतिक कारण
वायु प्रदुषण के कुछ प्राकृतिक भी होते है जिन्हे रोक पाना संभव नहीं है, जैसे ज्वालामुखी का फटना और उससे निकलने वाली राख और आँधी तूफान और वनों में लगने वाली आग इत्यादि| ज्वालामुखी के फटने पर उसमे से कई तरह की हानिकारक गैस निकलती है इसके साथ साथ ज्वालामुखी जब फटता है तो उसमे से बहुत ज्यादा मात्रा में राख भी निकलती है जो हवा में घुल कर प्रदूषण को बढ़ाती है|
दहन प्रक्रिया
आमतौर साफ़ सफाई करने वाले इंसान कूड़ा करकट को एक जगह एकत्रित करके जला देते है, इस कीड़ा करकट को जलाने की वजह से भी प्रदूषण होता है| इसके अलावा घरेलू कार्यों में जलाए जाने वाले ईंधन की वजह से प्रदूषण होता है, ऐसी सभी जगह जहाँ पर लकड़ी या कोयला जलाया जाता है उनसे वायु प्रदूषण होता है|
कृषि में इस्तेमाल होने कीटनाशक और दवा
प्राचीन समय खेती को नुक्सान पहुँचाने वाले कीटो को भगाने या मारने के लिए दवा उपलब्ध नहीं थी लेकिन वर्तमान में फसल को बचाने के लिए कई प्रकार के विषैले कीटनाशी तथा पेस्टनाशी दवाइयां मौजूद है| जिनका इस्तेमाल करने फसल को आसानी से बचाया जा सकता है, आजकल इन दवाइयो का छिड़काव का प्रचलन बहुत ज्यादा हो चूका है, फसलों को बचाने के लिए इन दवाओं का छिड़काव वायुयानों के द्वारा भी होता है, जिसकी वजह से दवा में मौजूद विषैले रसायन वाष्प तथा सूक्ष्म कणों के रूप में वायुमण्डल के विस्तृत क्षेत्र में घुल या फ़ैल जाते हैं, यह वायु प्रदूषण का कारण बनता है|
आबादी बढ़ना
वायु प्रदूषण होने का एक प्रमुख कारण जनसंख्या बढ़ना भी है, दुनिआ भर में जनसंख्या काफी तेजी से बढ़ती हुई नजर आ रही है| बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए काफी सारे देश अपने देश जनसंख्या बढ़ने से रोकने के लिए अलग अलग उपाय भी अपना रहे है| दरसल जैसे जैसे जनसंख्या बाद रही है वैसे वैसे प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल भी बढ़ रहा है, जिसकी वजह से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है| बढ़ती आबादी शहरो में ही नहीं गाँव देहात में भी देखने को मिल रही है| इसके अलावा आबादी बढ़ने की वजह से औद्योगीकरण में भी काफी ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, इंडस्ट्री से निकलने वाली जहरीली गैस भी वायु प्रदूषण का एक कारण है|
वायु प्रदूषण का कारण है बढ़ता उद्योग
आज के समय लगभग सभी देशो में उद्योग काफी तेजी से बढ़ता हुआ नजर आ रहा है, वायु प्रदूषण का एक प्रमुख कारण बढ़ता उद्योग भी है| मिल या कारखाने से निकलने वाले धुंआ वायु को बहुत ज्यादा दूषित करता है जिसकी वजह से वायु प्रदूषण होता है| वर्तमान में अधिकतर विकासशील देशों के सामने यह बहुत समस्या बन गई है, भारत पर नजर डालें तो देश के कई सारे शहर ऐसे है जहाँ पर वायु प्रदूषण काफी ज्यादा हो चूका है, कुछ जगह तो ऐसी है जहाँ पर सांस लेना भी दुर्लभ हो चूका है।
यातायात के साधन
जैसे जैसे आबादी बढ़ रही है वैसे वैसे यातायात के विभिन्न साधनों में बहु ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली है, यातायात के साधन जैसे बस, इंजन, बाइक और कार इत्यादि की संख्या बहुत ज्यादा तेजी बढ़ रही है| जितने भी साधन है उन सभी से निकलने वाले धुंए से वायु प्रदूषण काफी तेजी से हो रहा है, इसलिए वायु प्रदूषण का कारण यातायात के साधन भी है|
वायु प्रदूषण का कारण है वनों की कटाई
पेड़ हमारे जीवन के लिए सबसे ज्यादा जरुरी है क्योंकि पेड़ पौधे ही कार्बन डाई ऑक्साइड ग्रहण करके ऑक्सीजन छोड़ते है, ऑक्सीजन इंसानो को जीवन देने का काम करती है, लेकिन वर्तमान में जैसे जैसे आबादी बढ़ रही है और उद्योग बढ़ रहा है वैसे वैसे जगह जगह पर वनो की कटाई की जा रही है| अधिकतर जगहों पर वनो को काटकर या फैक्टरी लगाईं जा रही है या वनो को काट कर घर बनाए जा रहे है| जिसकी वजह से लगातार पेड़ पौधे कम हो रहे है जिसकी वजह से वायु प्रदूषण भी काफी ज्यादा हो रहा है|
परमाणु बम का परिक्षण
परमाणु बम के बारे में तो हम सभी अच्छी तरह से जानते है, शायद ही कोई इंसान हो जिसे अमेरिका के द्वारा जापान के हिरोशिमा तथा नागासाकी में किए गए परमाणु हमले के बारे ना पता हो, आज भी उस बम का असर देखने को मिलता है| वर्तमान के अधिकतर देशो में परमाणु बम बनाने की होड़ लगी हुई है, परमाणु बम का निर्माण करने के लिए विघटनाभिक समस्थानिक तत्वों का इस्तेमाल किया जाता है, परमाणु बम बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले पदार्थ अस्थायी प्रकृति के होने की वजह से यह उत्पन्न होने के साथ ही विघटित होने लगते है| परमाणु बम से होने वाले विस्फोट और इसके के साथ ही ये विघटनाभिक पदार्थ कण वायुमण्डल में दूर-दूर तक फैल जाते हैं जो बाद में अवपात के रूप में गिरते हैं। इसके अलावा मिसाइलों के परिक्षण की वजह से वायु प्रदूषण काफी ज्यादा होता है|
सार्वजानिक कारण
देश में अधिकतर सार्वजानिक मूत्रालयों तथा शौचालयों में सफाई व्यवस्था अच्छी ना होने की वजह से भी वायु प्रदूषण होता है| जब किसी भी कच्चे रास्ते पर या धूल मिट्टी से भरी सड़क पर वाहनों तथा पैदल यात्रियों के आवागमन की वजह से धूल उड़कर वायु में घुल जाती है जिसकी वजह से वायु प्रदूषित हो जाती है। इसके अलावा सड़कों के आस पास और घरो के पीछे पड़े कचरे के ढेरों की सड़न और नाली की गन्दगी से भी वायु प्रदूषण होता है, सार्वजानिक स्थानों पर धूम्रपान करने से वायु प्रदूषित होती है।
वायु प्रदूषण के प्रकार
ऊपर आपने वायु प्रदूषण के कारण के बारे में जानकारी प्राप्त की, अब हम आपको वायु प्रदूषण के प्रकारो के बारे में बता रहे है
ठोस वायु प्रदूषण
यह वायु प्रदूषण का पहला प्रकार होता है, यह वायु प्रदूषण का ऐसा प्रकार है जिसे आप देख सकते है| आपने बहुत बार हवा के साथ साथ अनेक प्रदूषक ठोस रूप में उड़ते हुए देखें होंगे, अगर आपको ठोस प्रदूषक के बारे में नहीं पता है तो हम आपको बता दें ठोस प्रदूषक जैसे धूल और राख इत्यादि होते है| कई बार तो यह कण थोड़े बड़े आकार के भी दिखाई देते है, इस तरह के प्रदूषण को विविक्त प्रदूषण भी कहा जाता है|
गैसीय प्रदूषण
आपको जैसी प्रदूषण के नाम से पता चल रहा होगा की इस तरह का प्रदूषण गैस की वजह से होता है| कई सारी मानव क्रियाओं के द्वारा अलग अलग प्रकार की गैसों का निर्माण होता है, इन गैसों के निर्माण में कई तरह के प्राकृतिक तत्व भी मिले हुए होते है| जैसी प्रदूषण का सबसे अच्छा उदहारण ईधन के जलने पर निकलने वाला धुंआ है, यह धुआं वायु में मिल मिलकर वायु को प्रदूषित करती है, इस तरह के प्रदूषण को जैसी प्रदूषण कहा जाता है|
रासायनिक प्रदूषण
जैसे जैसे सभी देश विकासशील देश बन रहे है ऐसे में उद्योग काफी तेजी से बढ़ रहा है जिसके फलस्वरूप आपको नई नई मिल फैक्टरी या कारखानों का निर्माण काफी तेजी से हो रहा है| फैक्टरी और कारखानों से निकलने वाला धुआं और इसके साथ साथ उद्योगों में इस्तेमाल किए जाने रासायनिक पदार्थों से निकलने वाली विषैली रासायनिक गैसें भी वायु को प्रदूषित करती है| इस तरह के वायु प्रदूषण को रासायनिक प्रदूषण कहा जाता है|
वायु प्रदूषण से बचने के उपाय
ऊपर आपने वायु प्रदूषण के कारणों के बारे में पढ़ा, वर्तमान में वायु प्रदूषण बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है| लेकिन कुछ उपायों को अपनाया जाएं तो वायु प्रदूषण को काफी हद तक कम किया जा सकता है, चलिए अब हम आपको वायु प्रदूषण से बचने के उपायों के बारे में जानकारी दे रहे है
1 – आज के समय जगह पर वनो की कटाई हो रही है, सबसे पहले तो हम सभी को कोशिश करनी चाहिए की वनो की अन्धाधुन्ध कटाई को जितना रोका या कम किया जा सके उतना कम करें| इसके साथ साथ हम सभी को वृक्षारोपण का काम जोरो शोरो पर करना चाहिए, अपने दोस्तों और आस पास के लोगो को वृक्षारोपण के काम को कराने पर जोर देना चाहिए|
2 – वायु प्रदूषण होने कारण अधिक वाहन भी है ऐसे में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए हम सभी को निजी वाहनों का इस्तेमाल कम से काम करने की कोशिश करनी चाहिए| जितना हो सकता है उतना अपने वाहन की जगह सार्वजनिक वाहन जैसे बस या ट्रैन का सफर करें, अगर आप अपने बच्चे को स्कूल निजी वाहन से छोड़ने जाते है तो उन्हें स्कूल बस से भेजें, ऑफिस जाने के लिए आप भी बस से जाएं| अगर मुमकिन हो तो आवागमन के लिए बाइक या कार की जगह साइकिल का इस्तेमाल करें, साईकिल से आपका स्वस्थ भी बेहतर रहेगा और पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुँचेगा|
3 – वर्तमान में सभी घरो दैनिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए बिजली का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन काफी इंसानो को पता नहीं होता है की बिजली का उत्पादन करने के लिए जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल होता है| जीवाश्म ईंधन से निकलने वाला धुआँ वायु को काफी ज्यादा प्रदूषित करता है, इसीलिए हम सभी को कोशिश करनी चाहिए की बिजली का इस्तेमाल जितना हो सके कम से कम करें| अगर आप वायु प्रदूषण से बचना चाहते है तो सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने की कोशिश करें, सौर ऊर्जा को लगवाने में एक बार खर्चा आता है उसके बाद आपको कोई खर्चा भी नहीं करना है और आपके बिजली के पैसे बचने के साथ साथ वायु प्रदूषण भी नहीं होता है|
4 – आज के समय वायु प्रदूषण को देखते हुए कई सारी कम्पनियां सौर ऊर्जा से चलने वाले वाहन का निर्माण कर रही है| ऐसे वाहनों का इस्तेमाल करने से डीज़ल या पेट्रोल की बचत होगी और वायु प्रदूषण (vayu pradushan kya hai) भी नहीं होगा, दरसल पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों से दूषित गैस निकलती है जो वायु को प्रदूषित करती है| सौर ऊर्जा से चलने वाले वाहनों में से ऐसी दूषित गैस का उत्सर्जन नहीं होता है| इसीलिए अगर हो सके तो सौर ऊर्जा से चलने वाले वाहनों का इस्तेमाल करने की कोशिश करें|
5 – फैक्टरी या कारखानों को आबादी वाले क्षेत्र से काफी दूर बनाना चाहिए, इससे फैक्टरी और कारखानों में से निकलने वाली दूषित गैसों का असर इंसानो पर कम पड़ेगा| इसके अलावा सभी फैक्टरी या कारखानों या मिलो में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जिससे इनमे से निकलने वाले धुएँ का अधिकतर भाग अवशोषित होने के साथ साथ अवशिष्ट पदार्थ और गैसें वायु में ना मिले| ऐसा करने से हम वायु प्रदूषण को कम कर सकते है|
6 – वायु प्रदूषण का एक कारण है जनसंख्या वृद्धि, जनसंख्या वृद्धि होने की वजह यह भी है की काफी सारे इंसानो को जनसंख्या बढ़ने के नुक्सान के बारे में जानकारी नहीं होती है| इसीलिए जनसंख्या शिक्षा की उचित व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे लोगो में जनसंख्या वृद्धि को बढ़ने से रोकने के बारे में जागरूकता आएं| जैसे जैसे लोग इस बारे में जानने लगेंगे वैसे वैसे जनसंख्या वृद्धि को भी रोका जा सकता है जिससे वायु प्रदूषण में भी कमी देखने को मिलेगी|
7 – पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनो की जगह सीएनजी लगे वाहनों का इस्तेमाल करना चाहिए, सौर ऊर्जा और सीएनजी लगे वाहनों का इस्तेमाल करने पर जोर देना चाहिए, इस तरह के वाहनों से किसी प्रकार धुआं नहीं निकलता है और आप वायु प्रदूषण (vayu pradushan kya hai) को होने से बचा सकते है|
8 – भारत में आज भी काफी सारे क्षेत्र ऐसे है जहाँ घर के अधिकतर काम चूल्हे पर किया जाता है, चूल्हे से निकलने वाले धुंए की वजह से वायु प्रदूषण होता है| वायु प्रदूषण से बचने के लिए चूल्हे की जगह गैस या बायो गैस का इस्तेमाल करना चाहिए, इनके इस्तेमाल करने से किसी भी प्रकार का धुआं नहीं होता है जिससे वायु प्रदूषण (vayu pradushan kya hai) होने से रोका जा सकता है|
9 – जब किसी इंसान की मृत्यु हो जाती है तो उसका अंतिम संस्कार दहन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है, जिसकी वजह से वायु प्रदूषण होता है | ऐसे में वायु प्रदूषण (vayu pradushan kya hai) से बचने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मशीन का उपयोग करने की कोशिश करें|
10 – शहर और नगरों में नाले नालियो में गंदगी जमा होने की वजह से भी वायु प्रदूषण होता है ऐसे में कोशिश करें की नाले नालियो में गंदगी जमा ना हो और अगर हो सके तो सीवर लाइन का इस्तेमाल होना चाहिए, इससे भी वायु प्रदूषण (vayu pradushan kya hai) को कम किया जा सकता है|
11 – वायु प्रदूषण (vayu pradushan kya hai) होने का एक कारण घर के आस पास जमा कूड़ा करकट को जलने से भी होता है, ऐसे में कोशिश करनी चाहिए की कूड़े करकट को जलाने की जगह उसे गड्ढा खोद कर दबा दें|
निष्कर्ष –
हम आशा करते है की आपको हमारे लेख में वायु प्रदूषण क्या है? (vayu pradushan kya hai) वायु प्रदूषण होने के कारण दी गई जानकारी पसंद आई होगी, अगर आपको हमारे लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो तो हमारे इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें|