Vakil Kaise Bane?: किसी भी आम इंसान से लेकर नेता और अभिनेता तक सभी को वकील की जरुरत कभी ना कभी जरूर पड़ती है, आमतौर पर वकील के बारे में सभी अच्छी तरह से जानते ही है| लेकिन कुछ इंसान ऐसे भी होते है जिन्हे वकील का नाम तो तो पता होता है लेकिन वकील के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है| ऐसे छात्र जो वकील बनना चाहते है उनके मन में बहुत सारे सवाल होते है जैसे वकील कौन होता है? वकील कैसे बनते है? (vakil kaise bane) वकील कितने प्रकार के होते है और वकील की सैलेरी कितनी होती है? अगर आपके मन में भी ऐसे ही सवाल है तो हमारा यह लेख आपके लिए फायदेमंद साबित होने वाला है क्योंकि हम अपने इस लेख में वकील के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है, चलिए सबसे पहले हम आपको बताते है की आखिर वकील कौन होता है?
वकील कौन होता है?
वकील वो इंसान होता है जो कोर्ट में पैरवी करता है या आप ऐसे भी समझ सकते है की जब किसी भी इंसान के ऊपर किसी भी वजह से किसी प्रकार का केस होता है तो उसकी पैरवी एक वकील ही करता है, इसके अलावा वकील क़ानूनी सलाह देने का काम भी करता है| वकील टैक्स भरने में, पारिवारिक लड़ाई होने पर, तलाक दिलाने में, समपत्ति दिलाने में, किसी भी प्रकार के पुलिस केस में इत्यादि में वकील ही आपकी मदद करते है| चलिए अब हम आपको बताते है की वकील कितने प्रकार के होते है?
वकील कितने प्रकार के होते हैं? Types of Lawyer in hindi
ऊपर आपने पढ़ा की वकील कौन होता है? काफी सारे इंसानो को यह नहीं पता होता है की वकील कितने प्रकार के होते है? तो हम आपको बता दें अलग अलग कानूनी समस्या को दूर करने के लिए अलग अलग तरह के वकील होते है| अधिकतर इंसानो को यह पता है की वकील सरकारी और प्राइवेट होते है, लेकिन इन दो के अलावा भी वकील के कई प्रकार होते है, चलिए अब हम आपको वकीलों के प्रकारो के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
1 – Family Lawyer
फैमली लॉयर के नाम से ही आपको पता चल रहा होगा की इस तरह के वकील पारिवारिक मामलो के केस लड़ता है| फैमिली लॉयर मुख्य रूप से तलाक कराना और बच्चे की कस्टीडी दिलवाना और पत्नी को मुआवजा दिलाना इत्यादि केस लड़ता है|
2 – Criminal Lawyer
किसी प्रकार के आपराधिक मामलो की पैरवी क्रिमिनल लॉयर करता है, अगर आपकी किसी भी इंसान चाहे परिवार या बाहर वाली झगड़ा हो गया है या कोई इंसान झगड़े के चलते जेल में बंद हो और उसे बेल पर जेल से बाहर निकालने का काम क्रिमिनल लॉयर ही करता है|
3 – Personal Injury Lawyer
वर्तमान में वाहन का इस्तेमाल लगभग सभी इंसान करते है, अगर आपका एक्सीडेंट हो गया है और आपको उस एक्सीडेंट में किसी भी प्रकार की छोटी या बड़ी चोट आ गई है तो ऐसी स्थिति में एक्सीडेंट करने वाले इंसान से आपके इलाज का पैसा या हर्जाना दिलाने में Personal Injury Lawyer ही मदद करता है|
4 – Bankruptcy Lawyer
आज के समय में अधिकतर इंसान बैंक से लोन लेते है हालाँकि हर इंसान के लोन लेने की वजह अलग अलग होती है| अगर आपने लोन लिया है लेकिन किसी भी वजह से आपकी आर्थिक स्थिति ज्यादा ख़राब हो गई है अर्थात आप दिवालिया हो गए है, ऐसी स्थिति बैंक और आपके बीच समझौता या सेटलमेंट करवाने के लिए आपको Bankruptcy Lawyer की जरुरत पड़ती है|
5 – Employment Lawyer
अगर आपने कोई कंपनी खोल रखी है और उसमे कई सारे एम्प्लॉयर रख रखें है| लेकिन अचानक से आपको पता चलता है की कंपनी का कोई एम्प्लॉई कंपनी में गड़बड़ी कर रहा है या कंपनी के लिए नुकसानदायक हो रहा है इत्यादि परेशानी में आप उस एम्प्लॉई के खिलाफ कौन कौन सी क़ानूनी कारवाई कर सकते है इसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको Employment Lawyer की जरुरत पड़ती है|
6 – Patent and Copyright Lawyer
जब कोई भी आर्टिस्ट या डिजाइनर या आम इंसान कोई भी नई चीज को बनाता है तो उसके मन में यह दर सबसे ज्यादा रहता है की कोई उसके डिजाइन या नई खोज को कोई कॉपी ना कर लें| इस परेशानी को दूर करने के लिए पेटेंट की व्यवस्था लागू की गई है, इसमें जब कोई भी इंसान अपने द्वारा बनाए गए नए डिजाइन, आर्ट या नई खोज को पेटेंट करा लेते है तो पेटेंट कराने के बाद कोई भी इंसान उसको कॉपी नहीं कर सकता है, कॉपी करने से पहले आपको उस डिजाइन या खोज को बनाने वाले इंसान से परमिशन लेनी होगी और साथ में रॉयल्टी भी देनी होगी| अगर कोई भी इंसान बिना परमिशन के ऐसा काम करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कारवाई करने के लिए Intellectual Property Lawyer की मदद ली जाती है|
7 – Medical Malpractice Lawyer
बीमार इंसान अपना एलाज कराने के लिए डॉक्टर के पास जाते है, लेकिन कई बार इलाज के दौरान डॉक्टर की गलती से मरीज को नुक्सान पहुँच जाता है| ऐसे में इंसान उस डॉक्टर के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई करना चाहता है तो ऐसे मामलो में Medical Malpractice Lawyer आपकी मदद करते है| मरीज के नुक्सान की भरपाई करने का हर्जाना या आने क़ानूनी कारवाई ऐसे वकील ही दिलाते है|
8 – Immigration Lawyer
बहुत सारे इंसान ऐसे होते है जो विदेश में घूमने, पढ़ने या नौकरी करने के लिए जाते है, लेकिन कई बार कुछ मामलो में विदेश जाने के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स जैसे वीजा, सिटीजनशिप और ग्रीन कार्ड्स इत्यादि जैसे मुद्दों से जुडी समस्याओ का समाधान करने के लिए Immigration Lawyer की मदद ली जाती है|
9 – Tax Lawyer
टैक्स के बारे में तो सभी अच्छी तरह से जानते ही है, लेकिन काफी सारे इंसानो को यह नहीं पता होता है की उन्हें कितना टैक्स भरना है या टैक्स कैसे कम हो सकता है| टैक्स से जुडी सभी परेशानियो का हल Tax Lawyer के द्वारा किया जाता है|
10 – Contract Lawyer
जब भी किसी भी दो इंसान या दो कंपनियो के बीच में किसी भी तरह की डील की जाती है तो इस डील के लिए एक कॉन्टेक्ट बनाया जाता है जिसमे उस डील के बारे में सभी जानकारी होती है, उस डील पर दोनों पार्टियों के साइन भी किए जाते है| भविष्य में किसी भी कारणवश दोनों पार्टियों में से कोई एक पार्टी कॉन्ट्रैक्ट तोड़ता है या कॉन्ट्रेक्ट में किसी प्रकार का बदलाव करना है इत्यादि समस्याओ का निवारण Contract Lawyer ही करता है|
11 – Compensation Lawyer
कंपनसेशन का मतलब होता है मुआवजा, लगभग सभी इंसान किसी ना किसी जगह पर नौकरी करते ही है, प्राइवेट सेक्टर में अगर किसी भी इंसान को मालिक की कमी या गलती की वजह से चोट लग जाती है या मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में उस इंसान के परिवार वालो के सामने जीवन यापन करने की समस्या आ जाती है| इस स्थिति में मालिक को परिवार वालो को मुआवजा देना चाहिए लेकिन अगर मालिक मुआवजा देने से मना करता है या मुआवजे में बहुत कम पैसे देता है तो ऐसे में आप Compensation Lawyer की मदद ले सकते है|
12 – Corporate Lawyer
कॉर्पोरेट के बारे में तो सभी बहुत अच्छी तरह से जानते ही है, कॉर्पोरेट से जुडी किसी भी क़ानूनी परेशानी को दूर करने के लिए कॉर्पोरेट लॉयर की मदद ली जाती है|
13 – General Practice Lawyer
इस तरह के वकील आपको हर जगह आसानी से देखने को मिल सकते है, General Practice Lawyer हर तरह के क़ानूनी काम को करते है| यह किसी भी एक फील्ड के वकील नहीं होते है आप इनकी मदद किसी भी कानूनी काम में ले सकते है|
वकील बनने के लिए LLB करनी जरुरी है या नहीं?
काफी सारे इंसानो के मन में यह सवाल भी होते है की वकील बनने के लिए LLB करनी जरुरी है या नहीं? और बिना LLB के वकील बन सकते है या नहीं ? तो हम आपको बता दें की जिस तरह से डॉक्टर बनने के लिए BAMS या MBBS इत्यादि कोर्स करना जरुरी है उसी तरह से वकील बनने के लिए LLB करना जरुरी है| कोई भी इंसान बिना LLB किए वकील नहीं बन सकता है, चलिए अब हम आपको बताते है की वकील बनने के लिए कितने साल का कोर्स करने की जरुरत है
वकील बनने के लिए कितने साल का कोर्स करना पड़ता है
पहले के जमाने में अगर कोई इंसान वकील बनना चाहता था तो उसे ग्रेजुएशन के बाद तीन वर्ष की LLB करनी होती थी लेकिन अब इसमें बदलाव किया गया है| वर्तमान में आप 12वीं कक्षा पास करने के बाद या ग्रेजुएशन के बाद वकील बन सकते है, अगर 12वीं कक्षा के बाद वकील बनना चाहते है तो आपको 5 साल की LLB करनी होती है और अगर आप ग्रेजुएशन के बाद वकील बनना चाहते है तो तीन साल की LLB करनी जरुरी है| चलिए अब हम आपको वकील बनने के लिए क्वालिफिकेशन कितनी होनी चाहिए
वकील बनने के लिए जरुरी क्वालिफिकेशन
यह तो आप ऊपर पढ़ ही चुके है की वकील बनने के लिए आपको तीन या पाँच साल का कोर्स करना होता है| सबसे पहले तो आपको यह निर्णय लेना है की आपको कौन सा कोर्स करना है, वकील बनने के लिए भारत का नागरिक होने के साथ निम्न क्वालिफिकेशन होना जरुरी है
अगर आप 12 वीं के बाद वकील बनना चाहते है तो आपको 5 साल वाली LLB करनी होगी, इस LLB में एडमिशन लेने के लिए आपके 12 वीं में कम से कम 50% अंको के साथ पास होना जरुरी है| आपने चाहे किसी भी स्ट्रीम से 12 वीं कक्षा पास की हो आप LLB में एडमिशन ले सकते है|
अगर आप ग्रेजुएशन के बाद वकील बनना चाहते है तो आपको सबसे पहले ग्रेजुएशन को कम से कम 45% अंको के साथ पास होना जरुरी है| आप चाहे किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन पास हो आप LLB में एडमिशन ले सकते है|
वकील कैसे बनें (vakil kaise bane)
बहुत सारे छात्रों के मन में यह सवाल काफी ज्यादा रहता है की वकील कैसे बनें (vakil kaise bane) या वकील कैसे बनते है? चलिए अब हम आपको बताते है की आप वकील कैसे बन सकते है| यह तो आप ऊपर पढ़ ही चुके है की आप 12 वीं या ग्रेजुएशन के बाद वकील बनने की पढ़ाई कर सकते है या ग्रेजुएशन के बाद वकील बनने की पढ़ाई पढ़ सकते है, चलिए अब हम आपको 12 वीं के बाद वकील कैसे बने इसके बारे में जानकारी दे रहे है|
अगर आप 12 वीं के बाद वकील बनने का तरीका (vakil kaise bane) जानना चाह रहे है तो सबसे पहले आपको 12 वीं कक्षा कम से कम 50 प्रतिशत अंको के साथ पास होना जरुरी है| वकील बनने के लिए किसी खास स्ट्रीम से पास होना जरुरी नहीं है, उसके बाद आपको वकील बनने की पढ़ाई अर्थात LLB की पढ़ाई करनी होती है| LLB में एडमिशन लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता है, LLB में एडमिशन लेने के लिए आपको कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट या सीलेट का एग्जाम पास करना जरुरी होता है| कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट में इंग्लिश, रीजनिंग और मैथ इत्यादि सब्जेक्ट से सवाल पूछे जाते है, सीलेंट का एग्जाम बारहवीं कक्षा में पड़ने वाले छात्र भी दे सकते है लेकिन ऐसे छात्रों को LLB में एडमिशन तभी मिलेगाजब वो बारहवीं में 50% अंको के साथ पास हो जाते है| सीलेट के अलावा भी कई सारे कॉलेज या यूनिवर्सिटी है जो लॉ की पढ़ाई करवाते है|
पांच साल की LLB की पढ़ाई पूरी करने के बाद जब आप पास हो जाते है तो इंटर्नशिप करनी होती है, इंटर्नशिप में ही आपको वकील कैसे केस लड़ता है और केस लड़ने के दाँव पेंच इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त होती है| जब आप कोर्ट और केस के बारे में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त कर लें और आपको लगे की अब आप खुद केस लड़ सकते है तब आपको स्टेट बार कॉउन्सिल में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है |
रजिस्ट्रेशन के बाद आपको बार काउंसिल ऑफ़ इंडिया के द्वारा आयोजित की जाने वाली आल इंडिया बार एग्जाम को पास काना होता है| इस एग्जाम को पास करने के बाद आपको प्रैक्टिस करने का सर्टिफिकेट प्राप्त होता है, प्रेक्टिस का सर्टिफिकेट मिलने के बाद आप वकील बन गए और आप अब केस लड़ सकते है, आप चाहे तो लाए की मास्टर डिग्री LLM भी कर सकते है|
लॉयर और एडवोकेट एक होते है या अलग अलग | वकील और एडवोकेट में अंतर
काफी सारे इंसानो को लगता है की लॉयर और एडवोकेट एक ही होते है, हालाँकि यह सच नहीं है लॉयर और एडवोकेट अलग अलग होते है| अगर आपको लॉयर और एडवोकेट में अंतर के बारे में जानकारी नहीं तो अब हम आपको दोनों में अंतर के बारे में बताते है
वकील वो इंसान होता है जिसके पास LLB की डिग्री तो होती है लेकिन वो कोर्ट में जाकर किसी भी इंसान का केस नहीं लड़ सकता है| ऐसे सभी इंसान जो LLB पास कर लेते है वो वकील कहलाते है|
एडवोकेट के पास LLB की डिग्री के साथ साथ प्रेक्टिस करने का सर्टिफिकेट भी होता है| प्रेक्टिस करने का सर्टिफिकेट आल इंडिया बार एग्जाम को पास करने के बाद मिलता है, एडवोकेट कोर्ट में जाकर किसी भी इंसान के केस की पैरवी कर सकता है| आप ऐसे भी समझ सकते है की LLB करने के बाद वकील तो सभी बन जाते है लेकिन एडवोकेट बनने के लिए आपको आल इंडिया बार कॉउन्सिल का एग्जाम भी पास करना जरुरी है|
वकील बनने के कोर्स की फीस
अगर आप वकील बनना चाहते है तो आपको LLB का कोर्स करना होता है| हालाँकि LLB की फीस अलग अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी के हिसाब से अलग अलग होती है इसके अलावा पाँच साल और तीन साल की LLB की पढ़ाई की फीस भी अलग अलग होती है| आमतौर LLB करने में लगभग 1 लाख से 5 लाख रूपए तक खर्च आ सकता है|
वकील की सैलरी कितनी होती है ?
जब कोई भी छात्र वकील बनने के बारे में सोचता है तो उसके मन में पैसे को लेकर भी सवाल होता है की वकील की सैलेरी कितनी होती है? तो हम आपको बता दें की एक वकील की इनकम 30 से 40 हजार के बीच में होती है| वैसे लॉयर की सैलेरी इस बात पर पूर्ण रूप से निर्भर करती है कि वकील किस शहर और जगह पर काम कर रहा होता है। जैसे जैसे वकील का अनुभव बढ़ता जाता है वैसे वैसे उसकी इनकम भी बढ़ती जाती है|
वकील बनने के लिए अंग्रेजी आना जरुरी है या नहीं
काफी सारे छात्रों के मन में यह सवाल होता है की वकील बनने के लिए अंग्रेजी आना जरुरी है या नहीं? तो हम आपको बता दें की अगर आप वकील बनना चाहते है तो आपको अंग्रेजी अच्छी तरह आणि बहुत ज्यादा जरुरी है| अगर आपको अंग्रेजी बोलनी या लिखनी अच्छी तरह से नहीं आती है तो आपके सामने बहुत ज्यादा परेशानी आ सकती है| इसलिए अगर आपको अंग्रेजी नहीं आती है और आप वकील बनना चाहते है तो सबसे पहले आप अंग्रेजी बोलना समझना और लिखना सीख लें|
निष्कर्ष –
हम आशा करते है की आपको हमारे लेख वकील कैसे बने? ( vakil kaise bane) वकील बनने के लिए क्वालिफिकेशन में दी गई जानकारी पसंद आई होगी, अगर आपको हमारे लेख में दी गई जानकारी पसंद आई है तो हमारे इस लेख को अधिक से अधिक शेयर करके ऐसे इंसानो के पास तक पहुँचाने में मदद करें जिन्हे वकील कैसे बनते है (vakil kaise bane) के बारे में जानकारी नहीं है|