ट्यूमर क्या होता है? और ट्यूमर होने के क्या कारण हैं?

वर्तमान में आपको काफी सारी परेशानी या बीमारियाँ देखने को मिलती है, जिनमे से एक बिमारी या परेशानी का नाम है ट्यूमर। आज के समय में ट्यूमर (tumor kya hota hai) की परेशानी काफी ज्यादा देखने को मिलती है, ट्यूमर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। अधिकतर इंसानो को ट्यूमर के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी होती है लेकिन काफी सारे इंसान ऐसे भी होते है जिन्हे ट्यूमर का नाम तो पता होता है लेकिन उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है। जब किसी भी इंसान के शरीर में कहीं पर ट्यूमर हो जाता है तो काफी सारे इंसान जानकारी के अभाव में ट्यूमर को कैंसर मान लेते है। हालाँकि सभी ट्यूमर कैंसर नहीं होते है, आमतौर पर ट्यूमर दो प्रकार के पाए जाते है जिनमे एक कैंसर रहित ट्यूमर और दूसरा कैंसर युक्त ट्यूमर।

आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान के पास ना तो उचित खाने का समय और ना ही आराम करने का समय है। अधिकतर या लगभग सभी इंसान किसी ना किसी प्रकार की मानसिक परेशानी से पीड़ित है जिसकी वजह से इंसान अलग अलग तरह की बीमारियो से ग्रसित हो रहे है। प्रत्येक इंसान के शरीर में करोड़ो अरबों कोशिकाएँ मौजूद होती है, शरीर में मौजूद जितनी भी कोशिकाएँ मर जाती है उतनी नई कोशिकाएं बन जाती है। कोशिकाओं के निर्माण की प्रक्रिया लगातार चलती रहती है, लेकिन जब किसी भी कारणवश कोशिकाओं के निर्माण में बाधा उत्त्पन्न हो जाती है या कोशिकाओं की वृद्धि असामान्य रूप से होने लगती है तो ऐसी स्थिति में कोशिकाओं में गाँठ बनने लगती है इस गांठ को ट्यूमर कहा जाता है। जिन इंसानो को ट्यूमर के बारे जानकारी नहीं होती है वो इंटरनेट पर ट्यूमर क्या है (tumor kya hota hai) ? ट्यूमर क्यों होता है ? ट्यूमर के लक्षण, ट्यूमर से बचाव के तरीके और ट्यूमर की जाँच कैसे की जाती है इत्यादि लिखकर सर्च करते है। अगर आपको ट्यूमर के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो हमारा यह लेख आपके लिए लाभकारी साबित होगा क्योंकि आज हम अपने इस लेख में ट्यूमर के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है। चलिए सबसे पहले हम आपको ट्यूमर क्या होता है? के बारे में बताते है

ट्यूमर क्या है ? (Tumor kya hota hai) 

यह तो हम सभी अच्छी तरह से जानते है की हमारे शरीर में लगभग अनगिनत छोटी मोटी कोशिकाएं मौजूद होती है। नियमित रूप से पुरानी कोशिकाएं मरती रहती है और उनकी जगह नई कोशिकाएं बनती रहती है। जब किसी भी इंसान के शरीर में ऊतकों की असामान्य वृद्धि होने लगती या जब असामान्य कोशिकाएं शरीर के किसी भी हिस्से में संग्रहित होने लगती है, तो उस जगह पर ऊतकों का एक समूह बनने लगता है जिसे ट्यूमर कहा जाता है। आसान भाषा में समझे तो शरीर में मौजूद कोशिकाएं निरंतर बढ़ती रहती है और जो कोशिका पुरानी हो जाती वो मृत हो जाती है। मृत कोशिका की जगह नई कोशिका बन जाती है लेकिन जब किन्ही कारणों की वजह से कुछ कोशिकाओं में असामान्य रूप से बढ़ोतरी होने लगती है तो वो कई सारी कोशिकाओं से जुड़ने लगती है। कई सारी कोशिकाओं के एक साथ जुड़ने की वजह से गाँठ बनने लगती है। यह गाँठ शरीर के किसी भी हिस्से में बन सकती है। इस गाँठ को ही ट्यूमर के नाम से जाना जाता है, जब किसी भी इंसान के शरीर के किसी भी भाग में गाँठ बन जाती है तो इंसान बहुत ज्यादा विचलित हो जाता है क्योंकि पीड़ित को लगता है की यह गांठ कैंसर की है और उस इंसान को कैंसर हो गया है हालाँकि यह सच नहीं है। अधिकतर इंसान ट्यूमर होते ही घबराने लगते है जबकि अगर शरीर के किसी भी हिस्से में ट्यूमर की परेशानी हो गई है तो कभी भी घबराना नहीं चाहिए। तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और सबसे पहले ट्यूमर की जाँच (tumor kya hota hai) कराएं। हम आपको बता दें की अधिकतर ट्यूमर केंसर रहित होते है। चलिए अब हम आपको ट्यूमर होने के करने के बारे में बता रहे है

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ट्यूमर होने के क्या कारण हैं?

ट्यूमर क्या होता है (tumor kya hota hai) यह तो आप ऊपर पढ़ चुके है, अब हम आपको ट्यूमर होने के कारणों के बारे में जानकारी दे रहे है। काफी सारे इंसानो के मन में यह सवाल रहता है की आखिर ट्यूमर क्यों होता है या ट्यूमर होने के कारण कौन कौन से है? तो हम आपको बता दें की ट्यूमर होने के कारण बहुत सारे होते है, जिनमे से कुछ कारणों के बारे में हम आपको नीचे जानकारी दे रहे है। ट्यूमर होने के कारण निम्न प्रकार है 

1 – ट्यूमर होने का कारण उम्र भी देखा गया है, हालाँकि ट्यूमर की परेशानी किसी भी उम्र के महिला या पुरुष को हो सकती है। आमतौर पर ट्यूमर की समस्या बच्चो और वृद्ध लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है।

2 – ट्यूमर की समस्या पुरुष और महिला दोनों में देखने को मिलती है लेकिन महिलाओ के मुकाबले पुरषो में ट्यूमर की समस्या होने की संभावना ज्यादा होती है।

3 – ट्यूमर होने का कारण अनुवांशिकता भी होता है। अगर आपके परिवार में दादा, चाचा और ताऊ इत्यादि को ट्यूमर की समस्या हुई है तो आपको भी ट्यूमर की परेशानी की प्रबल संभावना हो सकती है। हालाँकि यह जरुरी नहीं है लेकिन काफी सारे मामलो में ऐसा देखा गया है की ट्यूमर की परेशानी से पीड़ित इंसान का पारिवारिक इतिहास भी इस समस्या से पीड़ित नहीं था।

4 – ट्यूमर होने का कारण तनाव भी माना जाता है। यह तो हम सभी अच्छी तरह से जानते है की जब इंसान मानसिक तनाव से पीड़ित होता है तो इसका नकारात्मक असर इंसान के शरीर पर पड़ता है। कई सारे मामलो में ट्यूमर होने का कारण तनाव भी देखा गया है। 

5 – शरीर के किसी हिस्से में गहरी चोट लगना भी ट्यूमर होने के कारणों में शामिल है। अगर आपके शरीर के किसी भी हिस्से में गहरी चोट लगी हो तो चोट सही होने के बाद भी उस हिस्से का ख्याल रखना चाहिए और समय समय जाँच जरूर करानी चाहिएl

6 – ट्यूमर होने के कारणों में शामिल है धूम्रपान, शराब इत्यादि मादक पदार्थो का सेवन। ऐसे इंसान जो शराब या धूम्रपान या आने मादक पदार्थो का सेवन करता है उनमे ट्यूमर होने की संभावना काफी अधिक होती है। इसीलिए शराब और धूम्रपान इत्यादि का सेवन करने से बचें। 

7 – शरीर में मौजूद कोशिकाओं के DNA में किसी तरह की परेशानी या गड़बड़ी होने की वजह से भी ट्यूमर (tumor kya hota hai) की समस्या हो सकती है।

ट्यूमर के लक्षण

यह तो आप ऊपर पढ़ ही चुके है की ट्यूमर क्या है (tumor kya hota hai) और ट्यूमर होने के कारण कौन कौन से है? अब हम आपको ट्यूमर के लक्षणों के बारे में बताने जा रहे है। ट्यूमर के बारे में जानकारी ट्यूमर की गंभीरता पर निर्भर करती है क्योंकि धीमी गति से बढ़ने वाले ट्यूमर की जानकारी इंसान को जल्दी से पता नहीं चलती है। अधिकतर मामलो में ट्यूमर की समस्या तभी पता चलता है जब ट्यूमर काफी बड़ जाता है या ट्यूमर वाली जगह के आस पास की नसों पर दबाव महसूस होने लगे। ट्यूमर के लक्षण की जानकारी सभी इंसानो को होना बहुत ज्यादा जरुरी क्योंकि अगर ट्यूमर के लक्षणों के बारे में जानकारी होती है तो आप आसानी से ट्यूमर की पहचान कर सकते है और सही समय पर ट्यूमर का इलाज करवा सकते है। चलिए अब हम आपको ट्यूमर होने के लक्षणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है 

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1 – अगर किसी भी पुरुष या महिला के सुबह उठते ही सिर में दर्द में हो रहा है या पूरे दिन में सर दर्द की समस्या हो रही है तो इसके पीछे का कारण ब्रेन ट्यूमर भी हो सकता है।

2 – अगर आपको बिना किसी कारण के उल्टी और जी मिचलाना जैसी समस्या हो रही है तो इसके पीछे की वजह ट्यूमर भी हो सकती है।

3 – ट्यूमर के लक्षणों में शामिल है वजन घटना। जब किसी भी महिला या पुरुष का वजन अचानक से घटने लगे तो वजन घटने के पीछे की वजह ट्यूमर भी हो सकता है। हालाँकि वजन घटने के आने कारण भी हो सकते है इसीलिए वजन घटने पर लापरवाही बिलकुल नहीं करनी चाहिए तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

4 – अगर बिना किसी कारण के बुखार आ जाएं या ठण्ड लगने की समस्या हो रही है तो इसके पीछे का कारण ट्यूमर भी हो सकता है।

5 – बिना किसी कारण के दिन भर थकान महसूस होना या दिन भर पड़े रहने का मन होना भी ट्यूमर के लक्षणों में शामिल होता है।

6 – शरीर के किसी हिस्से में दर्द होना या शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ महसूस होना भी ट्यूमर के लक्षणों में शामिल है।

7 – ट्यूमर के लक्षणों में शामिल है रात में बिना किसी वजह से पसीना आना।

8 – अचानक से भूख में कमी होने के पीछे की वजह ट्यूमर भी हो सकती है, इसीलिए अगर किसी भी इंसान की भूख अचानक से कम हो जाएं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।  

9 – शरीर में कमजोरी आने के कारण काफी सारे होते है लेकिन कुछ मामलो में ट्यूमर की वजह से भी शरीर में कमजोरी देखी गई है। इसीलिए अगर आपको कमजोरी आ रही है तो डॉक्टर से परामर्श और इलाज कराएं।

ट्यूमर कितने प्रकार के होते है ?

ऊपर आपने पढ़ा की ट्यूमर क्या होता है (tumor kya hota hai)? अब हम आपको ट्यूमर के प्रकारो के बारे में बताने जा रहे है। मुख्य रूप से ट्यूमर दो प्रकार के पाए जाते है नीचे हम आपको दोनों प्रकार के ट्यूमर के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है

कैंसर युक्त ट्यूमर

यह ट्यूमर का पहला प्रकार होता है यह तो हम सभी जानते है की कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। जब शरीर के किसी हिस्से में कैंसर कोशिकाएं एक गांठ का निर्माण करने लगती है तो उस गांठ को कैंसर युक्त ट्यूमर कहा जाता है। कैंसर युक्त ट्यूमर काफी तेजी से फैलते है। कैंसर कोशिका जिस जगह पहली गांठ बनती है उसे प्राथमिक ट्यूमर के नाम से जाना जाता है और शरीर के अन्य हिस्सों में कैंसर कोशिका से बनने वाले ट्यूमर को मेटास्टेटिक कैंसर के नाम से जाना जाता है। कैंसरयुक्त ट्यूमर एक जगह से दूसरी जगह पर फैलता है और या काफी घातक कैंसर (tumor kya hota hai) होता है।

कैंसर रहित ट्यूमर

यह ट्यूमर का दूसरा प्रकार है, ऐसे ट्यूमर में कैंसर होने की संभावना नहीं होती है। या आप ऐसे भी कह सकते है की इस तरह के ट्यूमर कैंसर रहित होते है। जब कैंसर रहित ट्यूमर शरीर के किसी हिस्से में हो जाते है तो यह उसी जगह पर रहते है शरीर के अन्य हिस्सों में नहीं फैलते है। कैंसर रहित ट्यूमर होने पर अगर आप उस गांठ को हटवा देते है तो इस तरह के ट्यूमर के वापिस होने की संभावना ना के बराबर होती है। इस तरह के ट्यूमर काफी धीरे धीरे से बढ़ते है और इनका पता जल्दी से नहीं चल पाता है। जब ट्यूमर काफी बड़ जाता है तब इनके बारे में जानकारी प्राप्त होती है।

ट्यूमर से बचने के तरीके

ट्यूमर की समस्या होने पर कभी भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए, उचित समय पर उचित इलाज करवाने से आप ट्यूमर की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अपने दैनिक जीवन में कुछ बदलाव लाने से आप अपने आपको ट्यूमर की समस्या से बचा सकते है। चलिए अब हम आपको कुछ ऐसे तरीको के बारे में बताने जा रहे है जिन्हे अपनाकर आप आसानी से ट्यूमर की समस्या से बच सकते है

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1 – अगर आप ट्यूमर की समस्या से बचना चाहते है तो नियमित रूप से पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित और स्वस्थ आहार का सेवन करें। बाहर का खाना और जंक फ़ूड का सेवन कम से कम करने की कोशिश करें।

2 – नियमित रूप से एक्सरसाइज करने शरीर स्वस्थ रहता है इसीलिए नियमित रूप से एक्सरसाइज जरूर करें।

3 – ट्यूमर होने का कारण तनाव भी होता है इसीलिए तनाव से दूर रहने की कोशिश करें। अगर आप किसी प्रकार के मानसिक तनाव से पीड़ित है तो उस तनाव से जल्दी से जल्दी बाहर निकलने की कोशिश करें। तनाव से बाहर निकलने के लिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं।

4 – शराब, धूम्रपान और अन्य मादक पदार्थो का सेवन करने से शरीर को बहुत ज्यादा नुक्सान पहुँचता है। इसलिए इन चीजों का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए।

5 – अगर आपको अपने शरीर के किसी भी हिस्से में गाँठ सी महसूस हो रही है तो कभी भी लापरवाही ना करें तुरंत डॉक्टर से परामर्श और ट्यूमर की जाँच जरूर करवाएं।

ट्यूमर की जाँच

काफी सारे इंसानो के मन में यह सवाल होता है की आखिर ट्यूमर की जाँच कैसे होती है? तो हम आपको बता दें की ट्यूमर के बारे में पता करने के लिए टेस्ट कराया जाता है। जब आप शरीर के किसी हिस्से में गांठ होने पर डॉक्टर के पास जाते है तो डॉक्टर सबसे पहले उस गांठ के बारे में कुछ जरुरी सवाल पूछेंगे और शारीरिक परीक्षण करने के बाद परीक्षण या टेस्ट कराने की सलाह देते है। ट्यूमर (tumor kya hota hai) के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आप निम्न जाँच करा सकते है

सीटी स्कैन के माध्यम से

अगर आपके शरीर के किसी हिस्से में गाँठ हो रही है और आपको लग रहा है की ट्यूमर है या नहीं तो इस गाँठ के बारे में पता करने के लिए सीटी स्कैन करवा सकते है। आज के समय में सीटी स्कैन 3डी में भी उपलब्ध है, इसमें आप आसानी से गाँठ को देख सकते है और पता कर सकते है की ट्यूमर है या नहीं। सीटी स्कैन कराने के बाद रिपोर्ट को डॉक्टर को दिखाएं।

ब्लड टेस्ट के माध्यम से

शरीर में होने वाली अधिकतर परेशानियो या बीमारियो के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए ब्लड टेस्ट कराया जाता है। अगर किसी भी पुरुष या महिला के शरीर कैंसर वाले ट्यूमर के होने की संभावना होती है तो ऐसे में ट्यूमर के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए अक्सर डॉक्टर ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह देते है। इसके अलावा ब्लड टेस्ट के माध्यम से हड्डी के ट्यूमर के किसी भी संकेत के बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है। ब्लड टेस्ट कराने के बाद कभी भी अपनी मर्जी से किसी प्रकार की दवा का सेवन ना करें, सबसे पहले ब्लड रिपोर्ट (tumor kya hota hai) को डॉक्टर को दिखाएं और डॉक्टर की सलाह से ही दवा का सेवन करना चाहिए।

एक्स-रे के माध्यम से

कुछ मामलो में ट्यूमर के बारे में पता लगांने के लिए डॉक्टर एक्स-रे कराने की सलाह देते है। पहले के समय में एक्स-रे केवल ब्लेक एंड वाइट हुआ करते थे लेकिन आज के समय में कलर्ड एक्स-रे की सुविधा भी उपलब्ध है। कलर्ड एक्स-रे की मदद से काफी आसानी से ट्यूमर के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। कुछ इंसान ट्यूमर की जाँच कराने के बाद अपनी मर्जी से या मेडिकल वाले की सलाह से दवा का सेवन करती है। जिसकी वजह कई बार फायदा होने की बजाय नुक्सान हो जाता है।

निष्कर्ष –

हम आशा करते है की आपको हमारे लेख ट्यूमर क्या होता है (tumor kya hota hai)? और ट्यूमर होने कारण में दी गई जानकारी पसंद आई होगी। अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इस लेख को अधिक से अधिक शेयर करके ऐसे लोगो के पास तक पहुंचाने में मदद करें जिन्हे ट्यूमर के बारे में जानकारी नहीं है।

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