Thyroid Kya Hai?: वर्तमान में शायद ही कोई इंसान हो जिसे थायराइड के बारे में जानकारी ना हो। थायराइड की परेशानी को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। थायराइड के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह और इलाज करवाना चाहिए। हम जो भोजन करते है थायराइड ग्रंथि उस भोजन को ऊर्जा में बदलती है। अधिकतर इंसान थायराइड का नाम तो जानते है लेकिन उन्हें थायराइड के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है। अगर आपको भी थायराइड के बारे में जानकारी नहीं है तो हमारा यह लेख आपके लिए लाभकारी साबित होने वाला है। आज हम अपने इस लेख में थायराइड क्या है (thyroid kya hai), थायराइड क्यों होता है, थायराइड के लक्षण, थायराइड का घरेलू उपचार और थायराइड में परहेज इत्यादि के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है।
थायराइड क्या है /Thyroid Kya Hai?
कुछ इंसान सोचते है की थायराइड एक बिमारी हालाँकि यह सच नहीं है थायराइड एक ग्रंथि का नाम है। थायराइड ग्रंथि शरीर में गर्दन के निचले हिस्से में मौजूद होती है। यह ग्रंथि देखने के तितली के आकार जैसी दिखाई देती है और इसका काम ट्राईआयोडोथायरोनिन और थायरोक्सिन हार्मोन का उत्पादन करना होता है। इन हार्मोन को थायराइड हार्मोन कहा जाता है। शरीर में मौजूद थायराइड ग्रंथि जब अधिक मात्रा में हार्मोन का निर्माण करने लगती है या जरुरत से कम मात्रा में निर्माण करती है तब थायराइड की समस्या (thyroid kya hai) उत्पन्न हो जाती है। चलिए अब हम आपको बताते है की थायराइड की परेशानी क्यों होती है
थायराइड क्यों होता है या थायराइड होने के कारण
ऊपर आपने जाना की थायराइड कया होता है (thyroid kya hai)? अधिकतर इंसानो के मन में यह सवाल रहता है की थायराइड होने के कारण कौन कौन से है? या थायराइड क्यों होता है? चलिए अब हम आपको थायराइड होने के कारणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
1 – काफी सारे मामलो में भोजन में सोया उत्पादों का अधिक इस्तेमाल करने की वजह से थायराइड (thyroid kya hai) की परेशानी होना देखा गया है।
2 – अगर किसी इंसान को पहले कभी थायराइड की परेशानी हुई है तो उस इंसान को दोबारा इस परेशानी होने की संभावना काफी ज्यादा होती है।
3 – किसी इंसान को गोइटर की परेशानी होने पर थायराइड की परेशानी होने की प्रबल संभावना होती है।
4 – बढ़ती उम्र भी थायराइड की परेशानी होने का कारण होता है।
5 – मधुमेह की परेशानी से पीड़ित इंसानो में थायराइड की परेशानी होने की संभावना आम इंसानो के मुकाबले ज्यादा होती है।
6 – थायराइड रोग होने का कारण ऑटोइम्यून रोग भी होते है।
7 – महिलाओ में थायराइड होने का कारण गर्भपात, समय से पहले जन्म या बांझपन इत्यादि भी हो सकते है।
8 – थायराइड की परेशानी होने का कारण अधिक तले भूने का सेवन भी होता है।
9 – ऐसे इंसान जो फास्ट फूड या जंक फूड या मैदे से बने खाद्य पदार्थों का सेवन ज्यादा करते है ऐसे इंसानो में थायराइड रोग होने आशंका बहुत ज्यादा होती है।
10 – थायराइड होने का कारण बढ़ता वजन या मोटापा भी होता है। पतले इंसानो के मुकाबले मोटे इंसानो में थायराइड की परेशानी ज्यादा देखने को मिलती है।
11 – अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन युक्त कैप्सूल और पाउडर का सेवन करने की वजह से थायराइड (thyroid kya hai) की परेशानी हो सकती है।
12 – कई मामलो में कुछ खास तरह की दवाओं के साइड इफेक्ट्स की वजह से थायराइड की परेशानी हो सकती है।
13 – जब कोई इंसान अधिक तनाव लेता है और तनाव लंबे समय तक बना रहता है तो ऐसे में इंसान को कई प्रकार की परेशानी हो सकती है, जिनमे से एक परेशानी थायराइड (thyroid kya hai) भी है।
14 – शरीर में आयोडीन की कमी या अधिकता होने की वजह से थायराइड रोग हो सकता है।
15 – थायराइड होने का कारण शराब और सिगरेट का सेवन भी होता है।
16 – थायराइड रोग होने का कारण आनुवंशिकता भी होता है। अगर आपके परिवार के किसी सदस्य को थायराइड की समस्या है या पहले हो चुकी है तो ऐसे में आपको भी थायराइड की समस्या होने की प्रबल संभावना होती है।
17 – महिलाओ में थायराइड की समस्या होने का कारण प्रेग्नेंसी भी होता है। प्रेग्नेंसी के समय पर महिला के शरीर में कई तरह एक बदलाव देखने को मिलते है।
थायराइड रोग के प्रकार
ऊपर आपने पढ़ा थायराइड क्या है (thyroid kya hai)? चलिए अब हम आपको थायराइड के प्रकारो के बारे में जानकारी उबलब्ध करा रहे है। मुख्य रूप से थायराइड ग्रंथि रोग दो प्रकार के पाए जाते है, जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे है
थायराइड ग्रंथि की अतिसक्रियता (Hyperthyrodism)
जब किसी भी इंसान के शरीर में थायराइड ग्रंथि की अतिसक्रियता हो जाती है तब शरीर में T3 और T4 हार्मोन का उत्पादन जरुरत से ज्यादा होने लगता है। T3 और T4 हार्मोन का उत्पादन अधिक होने की वजह से शारीरिक ऊर्जा का उपयोग बढ़ जाता है। इस परेशानी को ही हाइपरथायरायडिज्म कहा जाता है। आमतौर पर हाइपरथायरायडिज्म की समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। काफी सारे लोगो के मन में यह सवाल रहते है की हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण कौन कौन से होते है? तो चलिए अब हम आपको हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण
1 – हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण में शामिल है मेटाबोलिज्म बढ़ना। अगर आपके शरीर में मेटाबोलिज्म बढ़ रहा है तो तुरंत चेक अप करना चाहिए।
2 – अगर किसी इंसान को बिना किसी कारण घबराहट की परेशानी हो रही है तो इसके पीछे का कारण हाइपरथायरायडिज्म की परेशानी भी हो सकती है।
3 – हाइपरथायरायडिज्म के लक्षणों में शामिल है चिड़चिड़ापन होना, हालाँकि चिड़चिड़ापन होने के कारण अन्य भी हो सकते है।
4 – अगर किसी भी इंसान को बिना किसी कारण बहुत ज्यादा पसीना आ रहा है तो अधिक पसीना आने का कारण हाइपर भी हो सकता है।
5 – हाइपरथायरायडिज्म का एक लक्षण हाथों का काँपना भी होता है।
6 – अगर किसी भी इंसान के बाल अचानक से पतले हो रहे हो या झड़ रहे हो तो इसके पीछे की वजह हाइपरथायरायडिज्म भी हो सकती है।
7 – जब किसी इंसान के शरीर में हाइपरथायरायडिज्म की परेशानी होती है तो उस इंसान को नींद ना आने की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, हालाँकि नींद ना आने के अन्य कारण भी होते है।
8 – अगर आपके शरीर की मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द की परेशानी हो रही है तो यह हाइपरथायरायडिज्म की वजह से भी हो सकती है।
9 – हाइपरथायरायडिज्म के लक्षणों में शामिल है दिल की धड़कनो का बढ़ना।
10 – जब किसी इंसान को भूख बहुत ज्यादा लग रही हो लेकिन उस इंसान का वजन बढ़ने की बजाए वजन घट रहा है तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें क्योंकि ऐसा होने का कारण हाइपरथायरायडिज्म की परेशानी भी हो सकती है।
11 – हाइपरथायरायडिज्म की परेशानी होने पर इंसान को ओस्टियोपोरोसिस की परेशानी हो सकती है। ओस्टियोपोरोसिस रोग होने की वजह से पीड़ित के शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है।
थायराइड ग्रंथि की अल्पसक्रियता (Hypothyrodism)
जब किसी भी इंसान के शरीर में थायराइड ग्रंथि की अल्प सक्रियता हो जाती है तो ऐसे में इंसान हाइपोथायरायडिज्म की परेशानी से ग्रसित हो जाता है। हाइपोथायरायडिज्म की परेशानी में हार्मोन्स का निर्माण कम मात्रा में होता है। चलिए अब हम आपको हाइपोथायरायडिज्म के कुछ लक्षणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण
1 – हाइपोथायरायडिज्म के लक्षणों में शामिल है धड़कन की धीमी गति होना।
2 – अगर आपको हमेशा थकान बनी रहती है तो इसके पीछे का कारण हाइपोथायरायडिज्म की परेशानी भी हो सकती है।
3 – हाइपोथायरायडिज्म होने का लक्षण नाखूनों का पतला होना और टूटना भी होता है।
4 – अगर किसी इंसान के शरीर की त्वचा में सूखापन और खुजली आने की समस्या हो रही है तो डॉक्टर से परामर्श लें की कहीं ऐसा होने के पीछे का कारण हाइपोथायरायडिज्म तो नहीं है।
5 – हाइपोथायरायडिज्म के लक्षणों में शामिल है जोड़ों में दर्द और मांसपेशियों में अकड़न की परेशानी होना।
6 – बाल बिना किसी वजह से अधिक झड़ रहे है तो यह भी हाइपोथायरायडिज्म के लक्षणों में शामिल है।
7 – अगर कोई इंसान बार बार चीजों को भूल रहा है या कन्फ्यूज रहता है या सोचने समझने की क्षमता कमजोर हो रही है तो इसके पीछे की वजह हाइपोथायरायडिज्म भी हो सकती है।
8 – हाइपोथायरायडिज्म के लक्षणों में शामिल है शहर में मौजूद ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ना।
थायराइड रोग का घरेलू इलाज
थायराइड की समस्या से पीड़ित इंसान थायराइड का घरेलू उपचार ढूंढता है। घरेलू उपचार से थायराइड की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। चलिए अब हम आपको थायराइड के घरेलू इलाज के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है। लेकिन हम आपको सलाह देंगे की थायराइड का घरेलू इलाज अपनाने से पहले चिकित्सक या वैध से परामर्श जरूर लें।
थायराइड का घरेलू इलाज है मुलेठी
मुलेठी के बारे में लगभग सभी लोग अच्छी तरह से जानते है। मुलेठी में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने के साथ साथ थायराइड के लक्षणों को कम करने में मददगार होते है। नियमित रूप से दिन में दो या तीन बार थोड़ी सी मुलेठी लेकर चूसने से जल्द आराम (thyroid kya hai) मिलता है।
थायराइड का घरेलू उपचार है तुलसी
प्राचीन समय से तुलसी को महत्पूर्ण औषधि के रूप में जाना जाता है। तुलसी में मौजूद गुण और पसहाक़ तत्व थायराइड की समस्या में आराम दिलाने में सहायक होते है। थायराइड की घरेलू दवा बनाने के लिए सबसे पहले थोड़े से तुलसी के ताजे पत्ते लेकर अच्छी तरह से धो लें। फिर तुलसी के पत्तो को पीसकर उनका रस निकाल लें। आधा चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस अच्छी तरह से मिलाकर सेवन कर लें। नियमित रूप से इस नुस्खे को अपनाने से जल्द थायराइड रोग (thyroid kya hai) में आराम प्राप्त होता है।
थायराइड का देसी इलाज है लौकी
लौकी का जूस भी थायराइड की समस्या से आराम दिलाने में सहायक होता है। थायराइड की घरेलू दवा बनाने के लिए सबसे पहले ताजी लौकी लेकर उसे अच्छी तरह से धोकर छील लें। फिर लौकी को पीसकर उसका रस निकाल लें। नियमित रूप से सुबह खाली पेट लौकी का जूस पीने से जल्द थायराइड की समस्या में लाभ प्राप्त होता है।
थायराइड से बचने के उपाय
ऊपर आपने थायराइड क्या है (thyroid kya hai)? और थायराइड होने के कारण के बारे पढ़ा। अब हम आपको कुछ ऐसी सावधानियो के बारे में बताने जा रहे है जिन्हे अपनाकर आप आसानी से थायराइड की परेशानी से बच सकते है।
1 – अगर आप थायराइड की परेशानी से बचना चाहते है तो नियमित रूप से एक्सरसाइज़ जरूर करें। लेकिन इस बात का खास ख्याल रखें की एक्सरसाइज़ जरुरत से ज्यादा नहीं करनी चाहिए।
2 – योग इंसान के शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार होता है। थायराइड से बचने के लिए योग भी लाभदायक साबित होता है।
3 – सेब में सिरके में मौजूद गुण और पोषक तत्व थायराइड की समस्या को रोकने में मददगार साबित होते है। इसीलिए सुबह सेब का सिरका लाभकारी साबित होता है।
4 – नियमित रूप से रात को सोने से पहले दूध में हल्दी डालकर पीने से भी लाभ मिलता है।
5 – धूप हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होती है धूप से हमे विटामिन डी के साथ साथ कई तरह के पोषक तत्व प्राप्त होते है। अगर आप थायराइड की परेशानी से बचना चाहते है तो धूप में कुछ समय के लिए जरूर बैठे।
6 – प्रत्येक इंसान को पूरी नींद लेना बहुत ज्यादा जरुरी होता है। कम नींद लेने से इंसान के शरीर में कई प्रकार की परेशानियां उत्पन्न होने लगती है। इसीलिए अगर आप स्वस्थ रहना चाहते है और थायराइड की परेशानी से बचना चाहते है तो 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें।
7 – कभी खाने में ठंडा गरम एक साथ या ठंडे के तुरंत बाद गर्म चीज या गर्म चीज के तुरंत बाद ठंडी चीज खाने से परहेज करें।
8 – धूम्रपान, शराब और मादक पदार्थो का सेवन करने से शरीर को बहुत ज्यादा नुक्सान पहुँचता है। अगर आप अपने आपको थायराइड और आने बीमारियो से बचाना चाहते है तो इन चीजों का सेवन बिलकुल भी ना करें।
9 – तली भूनी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।
10 – मिर्च और मसाला युक्त भोजन करने से परहेज करें।
थायराइड में क्या खाना चाहिए
थायराइड की परेशानी से पीड़ित इंसान के लिए जितना थायराइड का इलाज जरुरी है। उतना ही जरुरी ही उसका खान पीन भी है। पीड़ित दवा के साथ ऐसी चीजों का सेवन करता है जो थायराइड की परेशानी को रोकने में सहायक होती है तो आपको जल्द लाभ मिलता है। काफी सारे इंसानो के मन में यह सवाल रहता है की थायराइड में क्या खाना चाहिए या थायराइड में किन चीजों का सेवन लाभकारी होता है? चलिए अब हम आपको बताते है की थायराइड में आप क्या खा सकते है
1 – थायराइड की समस्या से पीड़ित इंसान के लिए अलसी काफी लाभकारी होती है।
2 – नारियल पानी पीना लाभकारी होता है।
3 – दालचीनी का सेवन भी फायदेमंद होता है।
4 – मुलेठी गले के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी मानी जाती है, इसीलिए थायराइड की परेशानी में मुलेठी का सेवन करना लाभकारी होता है।
5 – थायराइड की परेशानी से पीड़ित इंसान के लिए मशरूम की सब्जी फायदेमंद होती है।
6 – खाने में हरा धनियाँ और धनियाँ पॉउडर का इस्तेमाल करना चाहिए।
7 – हल्दी मिला दूध पीना भी फायदेमंद होता है।
8 – मछली और बीन्स का सेवन भी किया जा सकता है।
9 – ताज़ी हरी पत्तेदार सब्जी और ताजे फलो का सेवन लाभकारी होता है।
10 – थायराइड की परेशानी से ग्रसित इंसान के लिए त्रिफला चूर्ण बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है।
थायराइड में परहेज । थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए
थायराइड की परेशानी से पीड़ित इंसान अगर खाने में परहेज नहीं करता है तो ऐसे में पीड़ित की परेशानी बड़ जाती है। किसी भी बिमारी में इंसान अगर खाने पीने में परहेज नहीं करता है तो इंसान अपनी बिमारी को बड़ा लेता है। जब कोई भी इंसान थायराइड की परेशानी से पीड़ित होता है तो उसके मन में यह सवाल रहता है की थायराइड की परेशानी में किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए या थायराइड में परहेज किन चीजों का होता है? चलिए अब हम आपको बताते है की थायराइड में किन चीजों का परहेज करना चाहिए
1 – थायराइड की परेशानी से पीड़ित इंसान को चीनी और चीनी से बने पदार्थो का सेवन करने से बचना चाहिए या कम से कम करने की कोशिश करें।
2 – केक और पेस्ट्री जैसी चीजों का सेवन ना करें।
3 – सॉफ्ट ड्रिंक्स सेहत को नुक्सान पहुँचाती है, थायराइड की परेशानी से पीड़ित इंसान को सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए।
4 – मिर्च मसालेदार वाली चीजों से परहेज करना चाहिए।
5 – बाहर का खाना या जंक फूड या फ़ास्ट फूड का सेवन नुकसानदायक होता है।
6 – थायराइड की परेशानी से ग्रसित इंसान को मैदा से बनी चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
7 – थायराइड की परेशानी में चाय और कॉफी का सेवन नुकसानदायक होता है, इसीलिए चाय और कॉफी का सेवन कम से कम करने की कोशिश करें।
8 – खाने में सफ़ेद नमक का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
9 – सफेद चावल का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
निष्कर्ष –
हम आशा करते है की आपको हमारे लेख थायराइड क्या है (thyroid kya hai)? और थायराइड क्यों होता है? में दी गई जानकारी पसंद आई होगी। अगर आपको हमारे लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो तो हमारे इस लेख को अधिक से अधिक शेयर करके ऐसे लोगो के पास तक पहुंचाने में मदद करें जिन्हे थायराइड के बारे में जानकारी नहीं है।