SSC Kya Hota Hai पूरी जानकारी – SSC Full Form In Hindi

SSC Kya Hai: शायद ही कोई इंसान हो जिसने एसएससी का नाम ना सुना हो, वैसे तो अधिकतर इंसान SSC के बारे में जानते है लेकिन आज भी काफी सारे इंसान ऐसे होते है जिन्हे एसएससी के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है। ऐसे पुरुष या महिला इंटरनेट पर एसएससी क्या है (ssc kya hai)? या एसएससी क्या होता है? इत्यादि लिखकर सर्च करते है, अगर आपको SSC के बारे में जानकारी नहीं है तो हमारा यह पेज बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होने वाला है क्योंकि हम अपने इस पेज एसएससी के बारे में अधिक से अधिक जानकारी उपलब्ध करने की कोशिश कर रहे है। चलिए अब हम आपको सबसे पहले एसएससी कया है? इसके बारे में जानकारी दे रहे है।

Table of Contents

SSC क्या होता है? (What is SSC in Hindi) / SSC Kya Hai

एसएससी के बारे में वैसे तो लगभग सभी अच्छी तरह से जानते है लेकिन आज भी काफी सारे लोग इसके बारे में जानकारी नहीं रखते है। अगर आप भी ऐसे लोगो में शामिल है तो अब हम आपको एसएससी के बारे में बताते है, दरसल Staff Selection Commission या एसएससी एक एग्जाम होता है। इस एग्जाम के माध्यम से अलग-अलग डिपार्टमेंट में कर्मचारियों का चयन किया जाता है, आप ऐसे भी समझ सकते है की भारत के अलग अलग सरकारी विभागों में अलग अलग पोस्ट की नौकरी में सिलेक्शन SSC एग्जाम के माध्यम से होता है। यह तो आप समझ ही गए होंगे की SSC एक एग्जाम है और इसका संचालन केंद्र सरकार करती है, यह केंद्र सरकार के अधीन है और इस एग्जाम को केंद्र सरकार आयोजित करवाती है। जब भी किसी भी ऐसे सरकारी विभाग में नौकरी निकलती है जो केंद्र सरकार के अधीन होती है तो उस नौकरी को भरने के लिए केंद्र सरकार एसएससी के द्वारा उस नौकरी में भर्ती करती है। इस नौकरी के लिए एसएससी एग्जाम का आयोजन किया जाता है। SSC एक बहुत बड़ा एग्जाम है और इसके अंतर्गत अलग अलग विभागों में बहुत सारी जॉब निकाली जाती है, कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा CGL,  CHSL,  Steno,  JE,  CAPF,  JHT इत्यादि एग्जाम का आयोजन होता है, जिसमे छात्र अपनी योग्यता के हिसाब से जॉब पा सकता है। चलिए अब हम आपको बताते है की एसएससी का एग्जाम कितनी बा आयोजित होती है।

एसएससी का एग्जाम साल में कितनी बार होता है?

आमतौर पर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन का एग्जाम साल में एक बार आयोजित होता है, लेकिन अगर वेकेंसी ज्यादा हो या कुछ मामलो में एसएससी का एग्जाम साल दो बार भी आयोजित की जाती है। एसएससी में एग्जाम कराने से लेकर नियुक्ती करने तक के सभी काम केंद्र सरकार के अधीन होते है।

SSC का फुल फॉर्म क्या है? (SSC Full Form in Hindi)

SSC के बारे में तो अधिकतर इंसान जानते ही है लेकिन एसएससी की फुल फॉर्म के बारे में अधिकतर इंसानो को जानकारी नहीं होती है। चलिए अब हम आपको एसएससी की फुल फॉर्म हिंदी और इंग्लिश में बता रहे है।

SSC Full Form in Hindi  – कर्मचारी चयन आयोग

SSC Full Form in English  – Staff Selection Commission

कर्मचारी चयन आयोग या SSC का गठन कब हुआ था

ऊपर आपने एसएससी की फुल फॉर्म के बारे में जाना, चलिए अब हम आपको स्टाफ सेलेक्शन कमीशन का गठन कब हुआ इसके बारे में जानकारी देते है, यह तो आप ऊपर पढ़ ही चुके है की एसएससी केंद्र सरकार के अधीन होता है। भारत सरकार ने अधीनस्थ सेवा आयोग का गठन किया था जिसे अंग्रेजी में subordinate service commission के नाम से जाना जाता है, भारत सरकार ने अधीनस्थ सेवा आयोग का गठन वर्ष 1975 में 4 नवंबर को किया था। फिर उसके बाद 26 सितंबर वर्ष 1977 को अधीनस्थ सेवा आयोग का नाम बदलकर कर्मचारी चयन आयोग या एसएससी रखा था। फिलहाल स्टाफ सेलेक्शन कमीशन का मुख्यालय भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है।

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एसएससी के लिए कौन कौन सी शैक्षणिक योग्यताएं होनी चाहिए?

एसएससी के लिए अलग अलग विभागों में अलग अलग पढ़ के लिए नौकरी निकाली जाती है, अलग अलग नौकरियो के लिए अलग अलग शैक्षिक योग्यता की जरुरत होती है। एसएससी में हाई स्कूल से लेकर ग्रेजुएशन तक के छात्रों के लिए एग्जाम आयोजित किया जाता है, छात्रों की एजुकेशन के हिसाब से ही उसे जॉब दी जाती है। एसएससी के द्वारा आयोजित एग्जाम में निकाली जाने वाली नौकरियो के बारे में हम आपको नीचे जानकारी उपलब्ध करा रहे है।

एसएससी के द्वारा आयोजित परीक्षा या जॉब         

अब हम आपको एसएससी के द्वारा आयोजित परीक्षाओ के बारे में जानकारी दे रहे है, नीचे बताए जा रहे एग्जाम में अलग विभागों की नौकरी निकलती है। जिसमे अलग अलग शैक्षणिक योग्यताएं होती है, एसएससी एग्जाम को क्लियर करने के लिए निम्नलिखित एग्जाम देने पढ़ते है।

1 – कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जामिनेशन या CGL (Combined Graduate Level Examination)

एसएससी के द्वारा आयोजित Combined Graduate Level Examination को देने के लिए आपको ग्रेजुएशन या स्नातक पास होना जरुरी है। अगर आप स्नातक पास नहीं है तो आप इस एग्जाम में बैठ नहीं सकते है। SSC CGL में अलग अलग विभाग के अलग अलग पदों पर नौकरी निकाली जाती है जिनके बारे में हम नीचे जानकारी दे रहे है। 

A – इन्स्पेक्टर आयकर

B – इन्स्पेक्टर परीक्षक

C – सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी

D – विदेश मंत्रालय में सहायक

E – केंद्रीय सतर्कता आयोग में सहायक

F – सहायक प्रवर्तन अधिकारी

G – इंस्पेक्टर केंद्रीय उत्पाद शुल्क

H – सहायक रेल मंत्रालय

2 – Combined Higher Secondary Level Examination या CHSL

अगर इंटर या 12वीं पास है और आप इंटर के बाद सरकारी नौकरी करना चाहते है तो एसएससी हर साल इंटर पास के छात्रों के लिए भी कम्बाइंड हायर सेकंडरी लेवेल एग्जामिनेशन का आयोजन करती है। इस एग्जाम के माध्यम से छात्र अलग अलग विभाग में नौकरी प्राप्त कर सकते है, अब आप सोच रहे होंगे की इंटर पास करके किस किस विभाग में नौकरी कर सकते है तो हम नीचे आपको विभाग और जॉब के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है।

A – अवर श्रेणी लिपिक

B – तथ्य दाखिला प्रचालक (Data Entry Operator)

C – डाक साहयक (Postal Assistance)

D – न्यायालय लिपिक (Court Clark) इत्यादि

3 – स्टेनो के पद के लिए एग्जाम

ऐसे छात्र और छात्राए जो अपना करियर आशुलिपि में बनाना चाहते है उनके लिए एसएससी एक एग्जाम कराती है, जिसे पास करने के बाद आप सीधे स्टेनो की जॉब प्राप्त कर सकते है। स्टेनो पद का एग्जाम देने के शैक्षिक योग्यता इंटर ही होती है, लेकिन कुछ खास पदों के लिए कभी कभी ग्रेजुएशन भी रखी जाती है।

4 – जूनियर इंजीनियर के लिए एग्जाम

अगर आपने इंजीनियरिंग में डिप्लोमा जैसे पॉलिटेक्निक कर रखा है और आप सरकारी नौकरी करने की चाहत रखते है तो एसएससी ऐसे छात्रों के लिए जूनियर एग्जाम आयोजित करती है। केंद्र सरकार के अधीन ऐसे विभाग जिसमे जूनियर इंजीनियर की जगह होती है उसमे ऐसे छात्रों को नौकरी दी जाती है, जो इस एग्जाम को पास करते है।

5 – CAPF (Central Armed Police Forces)

अगर आप केंद्र सरकार के अधीन सशस्त्र पुलिस बल में नौकरी करना चाहते है तो ऐसे छात्रों के लिए एसएससी एक एक्साम कराती है जिसे पास करने के बाद आप इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर इत्यादि बन सकते है।

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6 – JHT (Junior Hindi Translators)

आज के समय में आपने काफी जगहों पर ट्रांसलेटर की जॉब के बारे सुना होगा, दरसल भारत में अलग अलग राज्यो में अलग अलग भाषा बोली जाती है, ऐसे में भाषा को समझने के लिए एक ट्रांसलेटर को रखा जाता है। एसएससी भी हिंदी ट्रांसलेटर की जॉब के लिए एग्जाम करवाती है, इस एग्जाम के लिए 12वीं या ग्रेजुएशन पास होना जरुरी है इसके अलावा आपको हिंदी और इंग्लिश भाषा की जानकारी काफी अच्छी होनी चाहिए इसका मतलब यह है की हिंदी से इंग्लिश और इंग्लिश से हिंदी बोलने और लिखने में आप एक्सपर्ट होने चाहिए। एसएससी के द्वारा आयोजित इस एग्जाम को पास करने के बाद आप जूनियर हिंदी ट्रांसलेटर की जॉब प्राप्त कर सकते है।

SSC का पेपर कैसा आता है?

ऊपर आपने एसएससी के बारे में जाना, अब हम आपको एसएससी के एग्जाम के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है। एसएससी में एग्जाम अलग अलग पोस्ट के लिए अलग तरह का होता है। आमतौर पर SSC की परीक्षा तीन या चार चरणों में पूर्ण होती है, एसएससी के द्वारा निकाली जाने वाले कुछ एग्जाम तीन चरण में होते है और कुछ चार चरणों में आयोजित की जाती है। नीचे हम आपको चारो चरणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है जिससे आपको एसएससी एग्जाम के बारे में जानकारी मिले।

पहला चरण – एसएससी में पहला एग्जाम ऑब्जेक्टिव बेस्ड होता है, यह एग्जाम कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट होता है और यह एग्जाम ऑनलाइन आयोजित किया जाता है। एसएससी के पहले चरण की परीक्षा 60 मिनट की होती है और इस परीक्षा में चार विषयों से 25-25 प्रश्न आते हैं। पहले चरण की परीक्षा में कुल 100 प्रश्न आते है और पेपर के लिए 200 अंक निर्धारित किए गए है, इसका मतलब यह है की एक प्रश्न का सही उत्तर देने पर आपको 2 अंक मिलते हैं। इस परीक्षा में नेगटिव मार्किंग भी होती है इसका मतलब यह है की अगर आप एक प्र्शन गलत करते है तो आपके गलत उत्तर पर आधा नंबर या 0.50 अंक काट लिए जाते हैं।

दूसरा चरण – पहले चरण की परीक्षा के बाद आपको दूसरे चरण की परीक्षा देनी होती है यह परीक्षा भी 200 अंको की होती है, इस पेपर में गणितीय कौशल और इंग्लिश भाषा के प्रश्न पूछे जाते हैं। इस पेपर के लिए छात्रों को 2 घण्टे का समय निर्धारित किया गया है। यह पेपर भी ऑनलाइन ही आयोजित किया जाता है और इस पेपर में भी पहले चरण की तरह ही नेगेटिव मार्किंग भी होती है।

तीसरे चरण की परीक्षा – पहले और दूसरे चरण की परीक्षा ऑनलाइन होती है, लेकिन तीसरे चरण की परीक्षा ऑनलाइन होती है, इस परीक्षा को आपको ऑफलाइन देना होता है। इस एग्जाम की समय अवधि एक घंटा या 60 मिनट होती है, यह परीक्षा 100 अंको की होती है और इस पेपर में पत्र लेखन, निबंध लेखन और एप्लीकेशन इत्यादि तरह के प्रश्न पूछें जाते हैं।

चौथे चरण की परीक्षा – चौथे चरण की परीक्षा में मिलने वाले नंबर का कोई महत्व नहीं है क्योंकि इस परीक्षा में आने वाले अंक कहीं पर जुड़ते नहीं है। लेकिन इस परीक्षा को पास करना बेहद जरुरी है, अगर आप इस परीक्षा में पास नहीं होते है तो आपको फ़ैल माना जाएगा।चौथे चरण की परीक्षा में दो तरह के टेस्ट होते है जिसमे पहला टेस्ट Data entry speed test और दूसरा टेस्ट Computer proficiency test का होता है।

SSC ऑफिसर्स की सैलरी कितनी होती है?

एसएससी परीक्षा पास करने के बाद कितनी सेलेरी मिलती है, यह एक ऐसा सवाल है जो काफी लोगो के मन में होता है तो हम आपको बता दें ऊपर आप पढ़ चुके है की एसएससी के द्वारा अलग अलग क्षेत्रों के लोगो के लिए अलग अलग पदों में नौकरियां निकलती हैं। ऐसे में एस एस सी का एग्जाम करने के बाद आपको वेतन करता है यह निम्न बातो पर निर्भर करता है।

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1 – आपने कौन से पद के लिए एसएससी एग्जाम दिया है और किस पद के लिए आपका सेलेक्शन हुआ है।

2 – अगर आपने एसएससी एग्जाम पास कर लिया है तो आपको पोस्टिंग कहां पर मिली है। दरसल एसएससी एग्जाम क्लियर करने के बाद हुई पोस्टिंग को शहर के अनुसार 3 वर्गों में बांटा गया है, जिन्हे x,  y और z के नाम से जाना जाता है, जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे है।

X सिटी में पोस्टिंग : अगर आपने एसएस सी एग्जाम पास कर लिया है और आपकी पोस्टिंग एक्स सिटी में हुई है तो आपको अन्य सिटी में पोस्टेड कर्मचारियों से अधिक सैलेरी मिलती है। अब आप सोच रही होंगे की x सिटी की लिस्ट में कौन कौन से देश आते है तो हम आपको बता दें की एक्स सिटी के अंतर्गत भारत के महत्वपूर्ण शहर हैदराबाद, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, दिल्ली और अहमदाबाद शामिल है। अगर आपकी पोस्टिंग इन शहरो में से किसी एक शहर में है तो किसी अन्य शहर में सेम पद पर मौजूद इंसान से आपकी सैलेरी ज्यादा होगी।

Y सिटी में पोस्टिंग : एसएससी ने भोपाल, भावनगर, सूरत, पटना, फरीदाबाद, आगरा, वरंगल, गोरखपुर, इलाहाबाद,  अमृतसर, नागपुर, रायपुर, कानपुर, इंदौर, गुंटुर, लखनऊ और वाराणसी इत्यादि शहरों को वाई सिटी में रखा है। इस शहर में पोस्टिंग पाने वाले छात्रों की सैलेरी एक्स सिटी में कार्यरत कर्मचारियों की तुलना में थोड़ी कम होती है। 

Z सिटी में पोस्टिंग : जेड सिटी में पोस्टिंग पाने वाले छात्रों की सैलेरी काफी कम होती है, जेड सिटी में पोस्टिंग कर्मचारियो की सैलेरी एक्स और वाई सिटी में पोस्टेड छात्रों की सैलेरी से कम होती है। एसएससी के द्वारा सिलेक्टेड छात्रों को भारत के पिछड़े शहरों में की जाती है।

SSC एग्जाम देने के लिए आयु सीमा क्या है?

काफी सारे छात्र ऐसे होते है जो एसएससी का एग्जाम देना चाहते है लेकिन यह नहीं मालुम होता है की एसएससी एग्जाम देने के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए? अगर आपको भी यह नहीं पाता है की SSC का एग्जाम किस उम्र से लेकर किस उम्र तक के छात्र दे सकते है तो हम आपको बताते है की SSC का एग्जाम देने के लिए छात्र की उम्र कम से कम 18 वर्ष और अधिक से अधिक 32 वर्ष होनी चाहिए। हालाँकि लगभग सभी परीक्षाओ के लिए कम से कम उम्र 18 वर्ष ही निर्धारित की गई है लेकिन कुछ पदों के लिए अधिकतम आयु सीमा अलग अलग होती है, जैसे कुछ पदों के 27 वर्ष है या कुछ के लिए 30 वर्ष है या कुछ के लिए 32 वर्ष भी रखी गई है। इसके अलावा कुछ विशेष जातियो को उम्र में छूट दी जाती है, जैसे SC/ST,  OBC एवं PWD के छात्रों को 5 वर्ष, 3 वर्ष और 10 वर्षो तक की छूट लगभग सभी एग्जाम में दी जाती है।

SSC में कितने सब्जेक्ट होते हैं?

जब कोई भी छात्र एसएससी का एग्जाम देने का विचार बनता है तो उसके मन में यह सवाल जरूर आता है की एसएससी के एग्जाम में कितने और कौन कौन से सब्जेक्ट होते है? दरसल SSC एग्जाम में चार सब्जेक्ट से प्रश्न पूछें जाते है, नीचे हम आपको उन चारो सब्जेक्ट के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है।

1 – General Awareness

2 – Reasoning

3 – English language

4 – Quantitative Aptitude

एसएससी का एग्जाम विकलांग महिला या पुरुष दे सकते है?

काफी सारे लोगो के मन में यह सवाल भी रहता है की SSC में विकलांग पुरुष या महिला भी बैठ सकते है या नहीं। तो हम आपको बता दें की एसएससी का एग्जाम विकलांग पुरुष और महिला भी दे सकते है, भारत में बहुत सारी नौकरियां ऐसी भी है जिनमे विकलांग पुरुष और महिला को भी भर्ती किया जाता है। लेकिन किसी भी सरकारी एग्जाम को देने के लिए विकलांगता की स्थिति भी जानना जरुरी है, अगर कोई इंसान 90% तक विकलांग है तो ऐसा इंसान सरकारी नौकरी नहीं कर सकता है लेकिन अगर कोई इंसान 60 से 70% विकलांग है तो आप सरकारी नौकरी कर सकता है। सरकारी नौकरी पाने के लिए विकलांग महिला या पुरुष के पास विकलांगता का सर्टिफिकेट होना सबसे ज्यादा जरुरी है। भारत सरकार ने एसएससी एग्जाम में बैठने के लिए पुरुष या महिला को 60 से 70% या उससे कम विकलांग होना चाहिए, लेकिन विकलांग पुरुष या महिला केवल उन्ही नौकरियो को प्राप्त कर सकते है जिनमे विकलांग लोगो के लिए नौकरी उपलब्ध होती है। विकलांग पुरुष महिलाओं को एसएससी एग्जाम पास करने के लिए नम्बरो की सीमा कम रखी गई है, विकलांग लोगो को नुम्बरो में छूट देने के साथ साथ उन्हें एग्जाम में समय भी आम या सही छात्रों के मुकाबले 20% अधिक समय मिलता है।

निष्कर्ष –

हम उम्मीद करते है की आपको हमारे लेख एसएससी कया है (ssc kya hai) में दी गई जानकारी पसंद आई होगी, अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई है तो आप हमारे इस पेज को अधिक से अधिक शेयर करें जिससे यह पेज उन इंसानो के पास पहुँच जाएं जिन्हे एसएससी के बारे में जानकारी नहीं है।

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