Pregnancy me kya khana chahiye | Pregnancy me kya nahi khana chahiye: वैसे तो नारी के जीवन में बहुत सारे खुशी के पड़ाव आते हैं पर पहली बार उनके माँ बनने का अहसास उनके लिए कुछ ख़ास होता है। किसी औरत के माँ बनने के बाद ही उनको संपूर्ण औरत का सुख प्राप्त होता है पर माँ बनने के लिए उन्हें 9 महीने बहुत ही मुश्किल समय गुजारना परता है। उन्हें अपने खाने पिने से लेकर काम और घर वालों का भी पूरा ध्यान रखना होता है। ऐसी महिलाएं जो पहली बार माँ बनने वाली होती है उनके लिए सबसे मुश्किल उनके खान पान को ले कर ही आती है की क्या खाये (pregnancy me kya khaye) जिस से बच्चे को भी भरपूर पोषक तत्वा मिलता रहे और क्या नहीं खाये ताकि बच्चे को उस से कोई दिक्कत ना हो।
गर्भावस्था में महिला की बहुत ज्यादा देखभाल करनी होती है, छोटी सी गलती महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है। कुछ मामलो में महिला को यह नहीं पता होता है की उसे किन चीजों का परहेज करना है, ऐसी चीजों का सेवन करने से महिला को उल्टी, दस्त इत्यादि परेशानी का सामना करना पड़ सकता है और कुछ मामलो में गर्भपात भी हो सकता है। इसीलिए हम आपको सलाह देंगे की एक बार अपनी महिला डॉक्टर से पूछ कर अपना डाइट चार्ट बनवा लें। दरसल हर इंसान के शरीर की बनावट और स्थिति अलग अलग होती है डॉक्टर आपके शरीर की स्थिति के अनुसार आपकी डाइट प्लान बना कर देगी जो आपके लिए सबसे बेहतर होती है।
अगर आपको भी यह जानकारी नहीं है कि Pregnancy me kya khana chahiye और Pregnancy me kya nahi khana chahiye तो हमारा यह लेख आपके लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होने वाला है क्योंकि आज हम अपने इस लेख में प्रेग्रेंसी में क्या खाएं और किन चीजों का परहेज करें, इसके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है।
गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए (Pregnancy me kya khana chahiye)?
प्रेग्नेंसी में निम्न चीजें खाएं
प्रेग्नेंसी में किन चीजों का सेवन कर सकते है? यह एक ऐसा सवाल है जो अधिकतर गर्भवती महिलाओ के मन में होता है। अगर आप गर्भवती है तो हम आपको बताते है की आप इस अवस्था में किन चीजों का सेवन कर सकते है, इसके बारे में बता रहे है। नीचे हम आपको उन चीजों के बारे में बताने जा रहे है जिन्हे आप प्रेग्नेंसी में खा सकती है।
1 – गर्भवती महिला को अपने खान पान का विशेष ख्याल रखना पड़ता है, गर्भवती महिलाओ को हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे मेथी, पालक, पत्तागोभी और ब्रोकली का सेवन करना लाभदायक रहता है। ताज़ी हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन गर्भवती महिला और शिशु के के लिए बहुत फायदेमंद होती है, पालक में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है जो खून की कमी को दूर करने में सहायक होता है। हरी पत्तेदार सब्जियों में मौजूद जरुरी पोषक तत्व और विटामिन्स प्रेग्नेंट महिलाओ के लिए फायदेमंद होती है।
2- जब कोई भी महिला प्रेग्नेंट हो जाती है तो उस महिला को अपने शरीर और अपने अंदर पल रहे शिशु के विकास के लिए प्रोटीन और कैल्शियम की जरूरत ज्यादा होती है। ऐसे महिला को ऐसी चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है जिनमे कैल्शियम और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होते है, प्रेग्नेंट महिलाओ को अपने आहार में दूध, दही और छाछ इत्यादि चीजों को शामिल करना चाहिए।
३ – साबूत अनाज में मौजूद जरुरी पोषक तत्व और विटामिन्स जैसे फाइबर, कैलोरी, विटामिन-बी और मैग्नीशियम इत्यादि प्रेग्नेंट महिला और उसके गर्भ में पल शिशु के विकास में बहुत ज्यादा मददगार साबित होते है। गर्भवती महिला को दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान साबूत अनाजों का सेवन करना बहुत ज्यादा लाभकारी होता है, ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को साबुत अनाज जैसे ओट्स, किनोआ और ब्राउन राइस इत्यादि को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
4- सूखे मेवे खाना किसे पसंद नहीं है, ड्राई फ्रूट में मौजूद अलग अलग तरह के विटामिन, फाइबर, कैलोरी और ओमेगा 3 फैटी एसिड इत्यादि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो प्रेग्नेंट महिला और उसके शिशु के लिए फायदेमंद होते है। अगर प्रेग्नेंट महिला को ड्राई फ्रूट्स से एलर्जी या परेशानी नहीं है तो महिला को नियमित रूप से सिमित मात्रा में बादाम, काजू और अखरोट इत्यादि का सेवन करना चाहिए। लेकिन एक बात का ख्याल रखें की ड्राई फ्रूट्स का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें, डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें।
5- सर्दियों के मौसम में शकरकंद खाना लगभग सभी को पसंद होता है, शकरकंद को स्वीट पोटेटो के नाम से भी जाना जाता है। शकरकंद का इस्तेमाल उन्हें भून कर या उबालकर या कुछ लोग खीर बनाकर भी करते है, शकरमंद में फाइबर, फोलेट, विटामिन-सी और विटामिन-ए इत्यादि प्रचुर मात्रा में पाए जाते है जो गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए फायदेमंद होते है। अगर गर्भवती महिला को शकरकंद खाने से किसी भी तरह की एलर्जी या परेशानी हो रही है तो आप शकरकंद का सेवन बिलकुल भी ना करें।
6- एवोकैडो के बारे में तो आप अच्छी तरह से जानते ही होंगे, एवोकैडो में जरुरी पोषक तत्व जैसे फोलेट, विटामिन-के, पोटैशियम, कॉपर, मोनोअनसैचुरेटेड वसा और विटामिन-ई प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। एवोकैडो में मौजूद फोलेट शिशु के मस्तिष्क और उसकी रीढ़ की हड्डी के विकास के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होता है, इसीलिए गर्भवती महिला को नियमित रूप से एक एवोकैडो का सेवन करना चाहिए, लेकिन ख्याल रखें अधिक मात्रा में एवोकैडो का सेवन बिलकुल ना करें।
7- अंडा बच्चो से लेकर बड़ो तक सभी के लिए लाभकारी होता है, अंडे में पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में होते है। अंडे में प्रोटीन, ऊर्जा, कोलीन, बायोटीन, कोलेस्ट्रोल, विटामिन-डी और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते है, इसीलिए अंडा प्रेग्नेंट महिला और उसके शिशु के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। इसीलिए गर्भवती महिला को अपने आहार में अंडे को शामिल करना चाहिए लेकिन ख्याल रखें अंडे का सेवन सिमित मात्रा में करने से लाभ मिलता है। अधिक मात्रा में अंडे का सेवन करने से आपको नुक्सान हो सकता है।
8- जब कोई भी महिला प्रेग्नेंट होती है तो उसके शरीर में काफी बदलाव आते है और कुछ मामलो में कई सारे पोषक तत्व या विटामिन्स की कमी भी हो जाती है। अगर महिला के शरीर में शरीर में आयरन की कमी हो रही है तो ऐसे में महिला के लिए बिना वसा वाला मीट काफी लाभकारी साबित हो सकता है। बिना वासा वाले मीट में आयरन, जिंक और विटामिन्स प्रचुर मात्रा में मौजूद होते है जो शरीर में खून की कमी को भी दूर करने में मददगार होते है।
9 – पानी प्रचुर मात्रा में पीना सभी के लिए फायदेमंद होता है, अगर किसी भी इंसान के शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो इंसान काफी सारी परेशानियां जैसे कब्ज, सर दर्द और थकान इत्यादि का सामना करना पड़ सकता है। प्रेग्नेंट महिलाओ को नियमित रूप से दिन में 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए।
10 – गर्भवती महिला के लिए फल भी काफी ज्यादा लाभकारी होते है, काफी सारे लोगो के मन में यह सवाल होता है की प्रेग्नेंट महिला को कौन से फलो का सेवन करना चाहिए? या गर्भवती महिला को कौन से फल खाने चाहिए? तो हम आपको बता दें की गर्भवती महिला सेब, संतरा, तरबूज और नाशपाती इत्यादि का सेवन कर सकते है। गर्भवती महिला के लिए ताजे फल और फलो का जूस काफी ज्यादा लाभकारी होता है। इसके अलावा गर्भवती महिला के लिए स्ट्रॉबेरी, रसबेरी और ब्लैकबेरी का सेवन भी लाभकारी माना जाता है क्योंकि इनमे काबोर्हाइड्रेट और विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में होता है, जो प्रेग्नेंट महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए मददगार होते है।
11 – गर्भावस्था में फलियों का सेवन भी लाभकारी होता है क्योंकि फलियों में जरुरी पोषक तत्व जैसे फाइबर, आयरन, फोलेट, पोटैशियम और मैग्नीशियम इत्यादि प्रचुर मात्रा में पाए जाते है, जो गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए फायदेमंद होते है। लेकिन हम आपको सलाह देंगे की फलियों का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर कर लें, दरसल कुछ फलियों की तासीर गर्म होती है ऐसे में उनका सेवन उचित मात्रा में ना करने से नुक्सान हो सकता है।
गर्भावस्था में क्या नहीं खाना चाहिए (Pregnancy me kya nahi khana chahiye)?
ऊपर आपने जाना की गर्भावस्था में कई खाना चाहिए अब हम आपको बताने जा रहे है की आपको गर्भावस्था में क्या नहीं खाना चाहिए। अगर गर्भवती महिला अपने खान पान में कुछ चीजों का परहेज नहीं करती है तो उसे कुछ नुक्सान उठाने पड़ सकते है, इसीलिए गर्भवती महिला को परहेज करना जरुरी है। चलिए अब हम आपको बताते है की गर्भवती महिला को किन किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए
1 – अगर कोई भी महिला गर्भवती है तो उसे धूम्रपान, शराब और अन्य किसी भी तरह के मादक पदार्थो का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए। अगर कोई महिला गर्भवती होने पर अगर धूम्रपान या शराब इत्यादि का सेवन करती है तो ऐसे में उसके गर्भ में पल रहा शिशु दिमागी और शारीरिक रूप से कमजोर हो सकता है।
2 – सिमित मात्रा में अंडा खाना गर्भवती महिला के लिए लाभकारी साबित होता है लेकिन कच्चा अंडा या अधपके अंडे के सेवन गर्भवती महिला के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि कच्चे अंडे या अधपके अंडे से गर्भवती महिला को सालमोनेला संक्रमण हो सकता है, जिसकी वजह से महिला को उल्टी और दस्त की समस्या का सामना करना पढ़ सकता है, इसीलिए प्रेग्नेंट महिला को कच्चे अंडे और अधपके अंडे खाने से परहेज करना चाहिए।
3 – गर्भवती महिलाओं को ऐसी मछलियों को खाने से बचना चाहिए, जिनके शरीर में पारे का स्तर अधिक होता है। जैसे कि स्पेनिश मेकरल, मार्लिन या शार्क, किंग मकरल और टिलेफिश जैसी मछलियों में पारे का स्तर ज्यादा होता है। ऐसी मछलियों को खाने से भ्रूण के विकास में बाधा आ सकती है।
4 – प्रेग्नेंट महिला को कैफीन की सिमित मात्रा का सेवन करने की सलाह दी जाती है, गर्भवती महिला को ऐसी चीजें जिनमे कैफीन की प्रचुर मात्रा मौजूद होती है जैसे चाय, कॉफी और चॉकलेट इत्यादि का सेवन सिमित मात्रा में करना जरुरी है। अगर गर्भवती महिला अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन करती है तो ऐसे में गर्भपात का खतरा बढ़ने के साथ साथ जन्म के समय शिशु का वजन कम रहने की संभावना होती है। इसीलिए प्रेग्नेंट महिला को कैफीन का सेवन सिमित मात्रा में करना चाहिए।
5 – अगर आप प्रेग्नेंट है तो आपको कच्चा पपीता खाने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि कच्चे पपीते में मौजूद गुण और तत्व गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे शिशु के लिए बहुत ज्यादा नुक्सान दायक होता है। गर्भवती महिला अगर कच्चे पपीते का सेवन कर लेती है तो गर्भपात होने का खतरा बहुत ज्यादा हो जाता है, इसीलिए गर्भवती महिला को कच्चे पपीते का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
6 – आमतौर पर कच्ची अंकुरित दालों का सेवन करने की सलाह दी जाती है लेकिन प्रेग्नेंट महिला को कच्ची अंकुरित चीजें खाने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि कच्ची अंकुरित दालों में साल्मोनेला, लिस्टेरिया और ई-कोलाई इत्यादि बैक्टीरिया होते हैं जिनकी वजह से फूड पोयजनिंग की समस्या होने की संभावना होती है। इसीलिए प्रेग्नेंट महिला को कच्ची अंकुरित चीजों का सेवन करने से गर्भवती महिला को उल्टी या दस्त की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
7 – प्रेग्नेंसी में क्रीम वाला दूध और क्रीम दूध से बना पनीर खाने से परहेज करना चाहिए, क्रीम वाले पनीर में लिस्टेरिया नामक बैक्टीरिया मौजूद होता है, जो गर्भवती महिला और उसके शिशु के लिए नुकसानदायक होता है। दरसल लिस्टेरिया नामक बैक्टीरिया गर्भपात और समय से पहले प्रसव का खतरा बढ़ाता है।
8 – अगर कोई महिला प्रेगनेंट है तो ऐसी महिला को कच्चे मांस का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए, कच्चा मीट गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए नुकसानदायक होता है। अगर आपको मांस का सेवन करना है तो पहले मांस को अच्छी तरह से पका कर खाएं।
9 – आपने कई बार काफी सारे पुरुष और महिला को देखा होगा जो बाजार से फल लाते है और उन्हें बिना धुले खा लेते है या बाजार से सब्जी लाते है और वो भी बिना धुले बना लेते है। जबकि सब्जी या फल को कभी भी बिना धुले इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि बिना धुले फलो में धुल मिटटी और टॉक्सोप्लाज्मा नामक बैक्टीरिया मौजूद होता है, जिसकी वजह से गर्भवती के गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में परेषानी हो सकती है।
10 – गर्भवती महिला को आइसक्रीम खाने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि कुछ आइसक्रीम बनाने में कच्चे अंडे का इस्तेमाल किया जाता है। कच्चा अंडा प्रेग्नेंट महिला के लिए नुकसानदायक होता है, इसीलिए गर्भवती महिला को आइसक्रीम ना खाने की सलाह दी जाती है।
प्रेग्नेंसी में सुबह, दोपहर, शाम और रात में क्या खाएं
जब कोई भी महिला प्रेग्नेंट होती है तो उसके मन में खाने पीने को लेकर बहुत सारे सवाल होते है, कुछ महिलाऐं इंटरनेट पर प्रेग्नेंसी में सुबह क्या खाएं, प्रेग्नेंसी में दोपहर में क्या खाएं और प्रेग्नेंट महिला को रात में क्या खाना चाहिए? चलिए अब हम आपको प्रेग्नेंट महिला को सुबह, दोपहर, शाम और रात में क्या खाना चाहिए इसके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
प्रेग्नेंसी में सुबह के नाश्ते में क्या खाएं
रात में इंसान खाना खाकर सो जाता है, उसके बाद सुबह ब्रेकफास्ट करता है। इसीलिए सुबह का ब्रेकफास्ट हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर होना बहुत ज्यादा जरुरी है, अगर कोई इंसान सुबह ब्रेकफास्ट नहीं करता है तो उसे दिन भर कमजोरी और थकान महसूस होती है। गर्भवती महिला के लिए सुबह का नाश्ता बहुत ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि गर्भवती महिला के साथ साथ उसके गर्भ में पल रहा शिशु भी रात भर का भूखा होता है। ऐसे काफी साड़ी महिलाओ के मन में यह सवाल रहता है की प्रेग्नेंसी में सुबह क्या खाना चाहिए? या प्रेग्नेंसी में सुबह ब्रेकफास्ट में क्या खाएं? तो हम आपको बता दें की प्रेग्नेंट महिला को सुबह के नाश्ते में ताजे फल, दूध, ड्राई फ्रूट्स, दलिया, सेवई, ताज़ी सब्जी और उपमा इत्यादि का सेवन कर सकती है।
प्रेग्नेंसी में दोपहर में क्या खाएं
गर्भवती महिला को अपने खाने पीने का खास ख्याल रखना पढता है क्योंकि जो माँ खाती है वो ही शिशु को भी मिलता है। गर्भवती महिला को दोपहर में क्या खाना चाहिए? यह सवाल काफी सारी महिलाओ के मन में होता है। चलिए हम आपको बताते है की प्रेग्नेंसी में दोपहर को क्या खाना चाहिए? प्रेग्नेंट महिला को दोपहर में दाल, दही, रायता, पनीर की सब्जी, पालक पनीर, चावल और रोटी का सेवन करना चाहिए। दोपहर के भोजन से महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु को पोषण के साथ-साथ शरीर को एनर्जी भी मिलती है।
प्रेग्नेंसी में शाम के नाश्ते में क्या खाएं
गर्भवती महिला को थोड़े थोड़े समय में कुछ ना कुछ खाते रहना चाहिए, दोपहर का खाना खाने के बाद और रात का खाना खाने से पहले अर्थात महिला को शाम के नाश्ते में कुछ हल्का-फुल्का खाना चाहिए। प्रेग्नेंसी में आप शाम को ताजे फलो का जूस, ड्राई फ्रूट्स, उबले हुए अंडे की सफ़ेद जर्दी, ग्रीन टी, दलिया, भुने हुए चने और गाजर का हलवा कम मीठा वाला इत्यादि का सेवन कर सकते है।
प्रेग्नेंसी में रात में क्या खाएं
रात में इंसान को भारी खाना नहीं खाना चाहिए, एक्सपर्ट्स का मानना है की रात में हल्का भोजन करना लाभकारी होता है। प्रेग्नेंट महिला को अपने खाने पीने का ख्याल ज्यादा रखना पड़ता है, इसीलिए प्रेग्नेंसी में रात हल्का और कम कैलोरी वाला भोजन करने की सलाह दी जाती है। प्रेग्नेंट महिला के लिए आसानी से पचने वाला भोजन लाभकारी होता है। प्रेग्नेंट महिला को रात में सब्जी, खिचड़ी, सलाद, वेजिटेबल पुलाव, चावल और रोटी खाना फायदेमंद है, प्रेग्नेंट महिला को भूख से थोड़ा कम खाना चाहिए, हल्का खाना और कम मात्रा में खाना खाने से गर्भवती महिला को अपच की समस्या नहीं होती है।
निष्कर्ष –
हम आशा करते है की आपको हमारे लेख प्रेग्नेंसी में क्या खाना चाहिए या प्रेग्नेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए? में दी गई जानकारी पसंद आई होगी। लेकिन प्रेग्नेंसी में महिला के खान पीन का विशेष ख्याल रखना होता है इसीलिए हम आपको सलाह देंगे की प्रेग्नेंट महिला को कभी भी अपनी मर्जी से कुछ नहीं खाना चाहिए। गर्भवती महिला को डॉक्टर की सलाह से अपना डाइट चार्ट बनवाना चाहिए।