Migraine kya hota hai? माइग्रेन के लक्षण और उपाय | माइग्रेन से खतरा in Hindi

Migraine kya hota hai: माइग्रेन के बारे में तो आपने कभी ना कभी जरूर सुना होगा, माइग्रेन का नाम तो लगभग सभी जानते है लेकिन माइग्रेन के बारे में जानकारी काफी कम इंसानो को पता होती है| आज हम आपको अपने इस लेख में माइग्रेन से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी जैसे माइग्रेन क्या है? माइग्रेन होने के कारण, माइग्रेन होने के लक्षण, माइग्रेन एक घरेलू उपाय और माइग्रेन में परहेज इत्यादि के बारे जानकारी उपलब्ध करा रहे है| चलिए सबसे पहले हम आपको माइग्रेन क्या होता है?( migraine kya hai) के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है 

माइग्रेन क्या होता है? (Migraine kya hota hai)

अधिकतर इंसान तेज सिर दर्द को माइग्रेन मानते है, लेकिन माईग्रेन और सिर दर्द की समस्या अलग अलग होती है| दरसल माइग्रेन की समस्या सिर की एक साइड यानी दाईं या बाई तरफ देखने को मिलती है| माईग्रेन की परेशानी से पीड़ित इंसान के सिर में तीव्र दर्द के साथ साथ जी मिचलाना और उल्टी आना इत्यादि परेशानियो का सामना करना पड़ता है| माइग्रेन का दर्द शुरू होने के बाद लगभग तीन से चार घंटे से लेकर दो से तीन दिनों तक रह सकता है, माइग्रेन की परेशानी पुरुष और महिला दोनों में देखी जाती है| आमतौर पर माइग्रेन की परेशानी 30 साल की उम्र से लेकर 45 वर्ष की उम्र तक के लोगों में सबसे ज्यादा देखने को मिलती है| चलिए अब हम आपको माइग्रेन के प्रकार के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है 

माइग्रेन के प्रकार

माइग्रेन मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है, जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे है 

क्लासिक माइग्रेन क्लासिक माइग्रेन को माइग्रेन का पहला प्रकार कहा जाता है, इस प्रकार के माइग्रेन के लक्षण माइग्रेन का दर्द शुरू होने से पहले दिखाई देने लगते है, जिनसे आप अंदाजा लगा सकते है की आपको माइग्रेन का दर्द होने वाला है| क्लासिक माइग्रेन के प्रमुख लक्षण सिर में बहुत तेज़ दर्द होना, कन्धों में अकडन और तेज़ दर्द की परेशानी होना, पीड़ित को धुंधला दिखाई देना इत्यादि होते है| अगर आपको माइग्रेन के दर्द से पहले यह लक्षण दिखाई दे तो आप क्लासिक माइग्रेन की समस्या से पीड़ित होते है|

नॉन क्लासिक माइग्रेन यह माइग्रेन का दूसरा प्रकार होता है जिसे नॉन क्लासिक माइग्रेन एक नाम से जाना जाता है| नॉन क्लासिक माइग्रेन में इंसान के सिर में धीरे धीरे दर्द शुरू होता है जो समय के साथ साथ बढ़ता चला जाता है| इस तरह के सिर दर्द में इंसान को दर्द निवारक दवा लेने से दर्द में आराम प्राप्त हो जाता है, नॉन क्लॉसिस माइग्रेन की समस्या में सिर दर्द काफी तीव्र होता है और ऐसा लगता है जैसे कोई सिर पर जोर जोर से हथोडें मार रहा हो| नॉन क्लासिक माइग्रेन में किसी भी तरह के लक्षण पहले से दिखाई नहीं देते है|

माइग्रेन होने के कारण या माइग्रेन क्यों होता है? (Causes of Migraine in hindi)

ऊपर आपने पढ़ा माइग्रेन क्या होता है?( migraine kya hota hai) अब हम आपको माइग्रेन होने के कारणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| माइग्रेन की समस्या में पीड़ित के सिर के एक हिस्से में काफी तेज दर्द की समस्या होती है, माइग्रेन का इलाज के बारे में जानने से पहले आपको माइग्रेन होने के कारणों के बारे में जानकारी होना बहुत ज्यादा जरुरी है| अगर आपको माइग्रेन के कारणों के बारे में पता होता है तो आप आसानी से अपने आपको माइग्रेन की परेशानी से बचा सकते है| माइग्रेन होने के कारण निम्न प्रकार है

1 – आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर इंसान किसी ना किसी प्रकार के तनाव का सामना कर रहे है जैसे ऑफिस का तनाव, घर या परिवार का तनाव इत्यादि| अधिकतर मामलो में देखा जाता है की आम इंसानो के मुकाबले तनाव ग्रस्त इंसान के सिर में दर्द की समस्या ज्यादा रहती है, लम्बे समय तक होने वाला सिर दर्द भी माइग्रेन का एक कारण होता है, इसीलिए कोशिश करनी चाहिए की तनाव मुक्त रहे|

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2 – माइग्रेन होने का कारण हार्मोन में बदलाव भी होता है, आमतौर पर महिलाओ के शरीर में हार्मोन बदलाव या हार्मोन असंतुलन काफी ज्यादा देखने को मिलता है| किसी भी इंसान के शरीर में एस्ट्रोजेन हार्मोन का स्तर कम होने पर सिरदर्द की समस्या देखने को मिलती है, आमतौर पर महिलाओ में पीरियड्स से पहले या पीरियड्स होते समय सिर दर्द की समस्या देखने को मिलती है|

3 – माइग्रेन होने का कारण असंतुलित खाद्य पदार्थ भी होते है, ऐसे इंसान जो असंतुलित खाद्य पदार्थ का सेवन अधिक करते है उनमे माइग्रेन की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है| इसीलिए असंतुलित खाद्य पदार्थ जैसे- रेड वाइन, बीयर, चॉकलेट और कैफीन युक्त पदार्थो का सेवन सिमित मात्रा में करना चाहिए|

4 – ऐसे इंसान जो लगातार तेज़ आवाज़ के संपर्क में रहते है तो तेज आवाज की वजह से भी सिर दर्द की समस्या हो सकती है| 

5 – माइग्रेन का कारण तेज़ रोशनी भी होती है, दरसल जब इंसान तेज रोशनी के संपर्क में बहुत ज्यादा रहता है तो तेज रोशनी आँखों पर पढ़ने की वजह से सिर में दर्द की परेशानी हो जाती है|

6 – काफी सारे मामलो तेज सुगंध भी माइग्रेन होने कारण होती है, आमतौर बहुत तेज खुशबु वाले परफ्यूम के संपर्क में आने से भी सिर दर्द की समस्या हो जाती है|

7 – माइग्रेन होने का कारण कुछ तरह की एलर्जी भी होती है|

8 – माइग्रेन की परेशानी होने का कारण सोने में अनियमितता भी होती है, दरसल ऐसे लोग जो देर रात तक जागते है या जिन्हे ठीक से नींद नहीं आती है ऐसे इंसानो में सिर दर्द की समस्या देखने को मिलती है जो आगे चलकर माइग्रेन का कारण बनता है| 

9 – एल्कोहोल का सेवन भी माइग्रेन के कारणों में शामिल है|

10 – महिलाओ में माइग्रेन की समस्या होने का कारण बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन भी देखा गया है, ऐसी महिलाऐं जो अधिक मात्रा में बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करती है| उनके सिर में दर्द की समस्या हो जाती है, इसीलिए बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें|

11 – कुछ मामलो में बहुत ज्यादा मेहनत का काम करने की वजह से भी माइग्रेन की समस्या हो जाती है|

12 – माइग्रेन की समस्या होने का कारण दवाईयों का अत्यधिक सेवन भी होता है|

माइग्रेन के लक्षण

अब हम आपको माइग्रेन के लक्षणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है, अगर आपको माइग्रेन के लक्षणों का पता होगा तो आप आसानी से माइग्रेन की परेशानी का पता शुरूआती दौर में ही कर सकते है, जिससे आपको माइग्रेन का इलाज करने में आसानी हो जाती है, माइग्रेन एक लक्षण निम्न प्रकार है

1 – अगर आपको दृष्टि से सम्बंधित परेशानी हो रही है तो इसके पीछे का कारण माइग्रेन भी हो सकता है, इसीलिए अगर आपको दृष्टि सम्बंधित परेशानी हो रही है तो तुरंत आँखों के डॉक्टर से परामर्श जरूर लें|

2 – माइग्रेन के लक्षण में शामिल है बोलने में परेशानी होना, हालाँकि बोलने में परेशानी होने के अन्य कारण भी हो सकते है|

3 – अगर बिना किसी कारण के आपको चक्कर आने की परेशानी हो रही है तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए क्योंकि चक्कर आना भी माइग्रेन का लक्षण है|

4 – माइग्रेन के लक्षण में शामिल है जी मचलाना या उल्टी होना भी है|

5 – अचानक से बिना किसी कारणवश आपके स्वभाव में चिड़चिड़ापन या गुस्सा आने लगे तो आपको माइग्रेन की समस्या हो सकती है|

6 – लो ब्लड प्रेशर होना भी माइग्रेन के लक्षणों में शामिल है| 

7 – अगर आपको आवाज़ से परेशानी हो रही है तो इसके पीछे की वजह माइग्रेन हो सकती है|

8 – माइग्रेन के लक्षण में शामिल है गर्दन में अकड़न की परेशानी होना|

9 – बिना किसी कारण के अचानक से अगर आपको प्यास ज्यादा लगने लगे तो इसके पीछे की वजह माइग्रेन भी हो सकती है|

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10 – माइग्रेन का लक्षण बार-बार पेशाब आना भी होता है|

11 – माइग्रेन की समस्या से पीड़ित इंसान को कई बार भूख भी कम लगती है, हालाँकि भूख कम लगने की कई अन्य कारण भी होते है|

12 – माइग्रेन के लक्षणों में शामिल है कब्ज़ की समस्या|

माइग्रेन के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies for Migraine in hindi)

आज के समय में काफी सारे इंसान माइग्रेन की समस्या होने पर घरेलू नुस्खों को आजमाना पसंद करते है, चलिए अब हम आपको कुछ माइग्रेन के घरेलू उपाय के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है, जिन्हे अपनाकर आप आसानी से माइग्रेन की परेशानी में आराम प्राप्त कर सकते है|

माइग्रेन का घरेलू इलाज है आइस पैक

माइग्रेन की समस्या से पीड़ित इंसान के सिर की कुछ नसों में सूजन की समस्या भी हो जाती है, ऐसे में नसों की सूजन को कम करने में आइस पैक काफी फायदेमंद साबित होता है| माइग्रेन का घरेलू इलाज करने के लिए सबसे पहले एक साफ़ तौलिया लेकर उसमे आइस के कुछ टुकड़े रख कर पोटली जैसा बनाकर सिर और गर्दन के पीछे लगभग 10 से 15 मिनट तक सिकाई कर लें| दिन में दो बार आइस पैक से सिकाई करने से जल्द माइग्रेन की समस्या में आराम प्राप्त होता है|

माइग्रेन का देसी इलाज है सेब का सिरका

अगर आप माइग्रेन का देसी इलाज सर्च कर रहे है तो सेब का सिरका आपके लिए लाभकारी विकल्प साबित हो सकता है| सेब के सिरके में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व माइग्रेन एक लक्षणों को कम करने में मददगार साबित होते है| सबसे पहले एक गिलास पानी लेकर उसमे लगभग एक छोटा चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच शहद डालकर अच्छी तरह से मिलाकर पी लें, नियमित रूप से दिन में एक बार इस उपाय को करने से जल्द आराम मिलता है| लेकिन हम आपको सलाह देंगे की माइग्रेन की समस्या से जल्द आराम पाने के लिए इस घरेलू उपाय को करने से पहले वैध या चिकित्सक से सलाह जरूर लें| 

माइग्रेन की घरेलू दवा है तुलसी का तेल

तुलसी के पेड़ के बारे में सभी भली भांति जानते ही है, लेकिन काफी कम इंसान जानते है की तुलसी के तेल से माइग्रेन का इलाज भी किया जा सकता है| तुलसी में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व माइग्रेन के दर्द और लक्षणों को कम करने में सहायक होते है, सबसे पहले थोड़ा सा तुलसी का तेल लेकर बालो की जड़ो में अच्छी तरह से लगाने से माइग्रेन के दर्द में आराम मिलता है| माइग्रेन का दर्द काफी तीव्र होता है, ऐसे में तुलसी का तेल मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है जिसकी वजह से तनाव और दर्द से राहत प्राप्त होती है।

माइग्रेन के लक्षणों को कम करने में सहायक है अदरक 

अदरक का इस्तेमाल लगभग सभी घरो में किया जाता है, अगर आप माइग्रेन की समस्या से पीड़ित है तो आपकी इस परेशानी को कम करने में अदरक भी फायदेमंद हो सकता है| माईग्रेन की समस्या से पीड़ित इंसान को दर्द के साथ साथ कई बार जी मचलाने या उल्टी होने जैसी समस्या भी होती है, ऐसे में अदरक में मौजूद गुण और तत्व इन परेशानियो को करने में सहायक होते है| लगभग एक कप पानी लेकर उसे गर्म होने के लिए रख दें, फिर थोड़ा सा अदरक का टुकड़ा लेकर उसे छील कर हल्का सा कूट कर पानी में डाल दें| लगभग चार से पांच मिनट पानी को उबाल लें फिर गैस को बंद कर दें उसके बाद पानी को एक कप में छान लें| फिर थोड़ा सा शहद और नींबू की कुछ बूंदे डालकर अच्छी तरह से मिलकर पी लें| इस उपाय को करने से जल्द माइग्रेन की समस्या में आराम मिलता है|

माइग्रेन में क्या खाएं?

माइग्रेन की समस्या से पीड़ित इंसान को अपने खाने पीने का खास ख्याल रखना चाहिए, अगर आपको यह पता होता है की माइग्रेन की समस्या में किन चीजों का सेवन करना चाहिए या माईग्रेन में क्या खाएं? तो आप अपनी परेशानी के लक्षणों को कम कर सकते है| चलिए अब हम आपको बताते है की माइग्रेन की समस्या से पीड़ित इंसान को किन किन चीजों का सेवन करना चाहिए

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1 – माइग्रेन की समस्या से पीड़ित इंसान को ताज़ी हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना लाभकारी होता है|

2 – ऐसे खाद्य पदार्थो का सेवन लाभकारी होता है जिनमे ओमेगा -3 फैटी एसिड मौजूद होता है जैसे सैल्मन, सार्डिन और फलियां|

3 – ताजे फलो का सेवन माइग्रेन से पीड़ित इंसानो के लिए फायदेमंद होता है|

4 – शरीर में पानी की कमी ना होने दें, पानी की कमी होने पर डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, माइग्रेन होने का कारण डिहाइड्रेशन भी होता है| इसीलिए नियमित रूप से 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएँ|

5 – माइग्रेन की समस्या से पीड़ित को तरल पदार्थ जैसे जूस, सूप, लस्सी, नींबू पानी और नारियल पानी इत्यादि का सेवन फायदेमंद होता है|  

माइग्रेन में क्या नहीं खाना चाहिए?

ऊपर आपने पढ़ा की माइग्रेन में किन चीजों का सेवन करना चाहिए? लेकिन माइग्रेन की समस्या से ग्रसित इंसान को कुछ चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए| अगर मरीज माइग्रेन में परहेज नहीं करता है तो परेशानी बढ़ सकती है, अगर आपको यह जानकारी नहीं है की माइग्रेन की समस्या में क्या नहीं खाना चाहिए? या माइग्रेन में किन चीजों का परहेज करना है? तो परेशान ना हो अब हम आपको माईग्रेन में परहेज के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है

1 – माइग्रेन से पीड़ित इंसान को ऐसे पदार्थो का सेवन करने से बचना चाहिए जिनमे प्रोटीन अधिक मात्रा में मौजूद होती है जैसे फ्लेवर्ड पॉपकॉर्न, बीफ और चिकन के लीवर, मैरीनेट किए गए मीट, ब्रेड और नट बटर इत्यादि।

2 – माइग्रेन के मरीज को डिब्बाबंद खाना बिल्कुल नहीं खाना चाहिए|

3 – माइग्रेन की समस्या से ग्रसित इंसान को मिर्ची का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए|

4 – ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें

5 – महिलाओ को गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से बचना चाहिए, अगर जरुरी हो तो गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें और कम से कम सेवन करने की कोशिश करें|

6 – पीड़ित को कैफीन युक्त पदार्थ जैसे कोल्डड्रिंक, कॉफी और चाय इत्यादि का सेवन ना करें तो बेहतर है, सेवन करना जरुरी है तो सिमित मात्रा में सेवन करें|

7 – अगर आप माईग्रेन की समस्या से पीड़ित है तो आपको एल्कोहल का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए|

8 – चॉकलेट और चॉकलेट से बनी चीजों का सेवन करने से परहेज करें|

9 – अधिक तला भुना और अधिक मसाले वाले भोजन का सेवन बिल्कुल ना करें|

10 – माइग्रेन की परेशानी से पीड़ित इंसान को उपवास नहीं करना चाहिए क्योंकि उपवास भी माईग्रेन की समस्या को बढ़ाते हैं|

माइग्रेन से बचाव के उपाय

अगर आप अपने आपको माइग्रेन की समस्या से बचाना चाहते है तो आपको कुछ जरुरी बातो का खास ख्याल रखना चाहिए, जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे है| नीचे बताई जा रही बातो को अपनाने से आप अपने आपको माइग्रेन की समस्या से बचा सकते है

1 – माइग्रेन की समस्या होने का कारण नींद की अनियमितता भी होती है, इसीलिए अगर आप माइग्रेन की समस्या से बचना चाहते है तो कम से कम 6 घंटे की नींद की जरूर लें| अगर आप पूरी नींद नहीं लेते है तो आपकी सेहत ख़राब हो सकती है|

2 – अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से लगभग 30 मिनट व्यायाम या एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए| रोजाना व्यायाम या एक्सरसाइज़ करने से शरीर स्वस्थ रहने के साथ साथ माइग्रेन की समस्या होने की संभावना काफी कम होती है|

3 – अगर आप माईग्रेन की समस्या से बचना चाहते है नशीले पदार्थो का सेवन करने से बचना चाहिए|

4 – स्वस्थ्य और संतुलित आहार का सेवन करे।

5 – नियमित रूप से सुबह नंगे पांव घास पर चलना चाहिए, ऐसा करने से तनाव कम होने में मदद मिलती है, जब कोई भी इंसान तनाव से दूर रहता है तो माइग्रेन की समस्या होने की संभावना काफी कम होती है|

6 – गर्मी के मौसम में कम से कम ट्रेवेल करने की कोशिश करें|

7 – तापमान में बदलाव से बचना चाहिए अर्थात गर्मी के मौसम में बाहर से आकर तुरंत ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए|

8 – तेज गर्मी या धूप में में जाने से बचें अगर जाना जरुरी है तो घर से निकलते समय छाते का इस्तेमाल जरूर करें।

निष्कर्ष –

हम उम्मीद करते है की आपको हमारे लेख माइग्रेन क्या होता है?( migraine kya hai) में दी गई जानकारी पसंद आई होगी| अंत में हम आपको सलाह देंगे की अगर आपको माइग्रेन के लक्षण दिखाई दें तो लापरवाही बिल्कुल ना करें तुरंत चिकित्सक से सलाह जरूर लें| अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इसे अधिक से अधिक शेयर करें|

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