Global Warming Kya Hai? ग्लोबल वार्मिंग के कारण और प्रभाव

Global Warming Kya Hai?: वर्तमान समय में आपने कभी ना कभी ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जरूर सुना होगा, हालाँकि कुछ इंसान ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जानते है लेकिन अधिकतर इंसानो को ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जानकारी नहीं होती है| जिन इंसानो को ग्लोबल वार्मिंग के बारे में पता नहीं है वो इंटरनेट पर ग्लोबल वार्मिंग क्या है? ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव और ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के उपाय क्या है? इत्यादि लिखकर सर्च करता है| अगर आपको भी ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जानकारी नहीं है तो हमारे लेख को अंत तक पढ़ें, चलिए सबसे पहले हम आपको ग्लोबल वार्मिंग क्या है?( global warming kya hai) के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है

ग्लोबल वार्मिंग क्या है (global warming kya hai)? – What is Global Warming in Hindi

यह तो आप अच्छी तरह से जानते होंगे की पृथ्वी की सतह का तापमान धीरे धीरे बढ़ रहा है, पृथ्वी के तापमान बढ़ने को ग्लोबल वार्मिंग कहा जाता है| ग्लोबल वार्मिंग होने का मुख्य कारण ग्रीनहाउस प्रभाव को माना जाता है, कार्बन-डाइऑक्साइड, क्लोरोफ्लोरोकार्बन और कई अन्य प्रदूषकों की बढ़ती मात्रा से ग्रीनहाउस प्रभाव उत्पन्न होता है| सरल भाषा में समझे तो वर्तमान में दुनिया के अलग अलग हिस्सों में प्राकृतिक आपदाएं जैसे कहीं बाढ़,  कहीं सूखा, कहीं तूफान और जंगल की आग इत्यादि देखने या सुनने को मिलती है, इसके अलावा कहीं पर बिन मौसम बरसात हो रही है तो कहीं पर बारिश के मौसम में भी सूखा देखने को मिलता है| आपने कभी सोचा है की यह सब क्यों हो रहा है, दरसल यह सब होने के पीछे का मुख्य कारण है ग्लोबल वार्मिंग| जिस तरह से ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है अगर जल्द ही हमने इसे रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाएं तो भविष्य में ग्लोबल वार्मिंग के गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते है| चलिए अब हम आपको ग्लोबल वार्मिंग होने के कारणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है

ग्लोबल वार्मिंग के कारण

ऊपर आपने ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जाना, अब हम आपको ग्लोबल वार्मिंग होने के कारणों के बारे में जानकारी दे रहे है, ग्लोबल वार्मिंग होने के कारण काफी सारे होते है, जिनमे से प्रमुख कारणों के बारे में हम आपको नीचे बता रहे है 

1 – बढ़ते वाहन  

प्राचीन समय में इंसान को कहीं दूर जाना होता था तो इंसान बैलगाड़ी का इस्तेमाल किया करता था लेकिन अब जमाना बदल गया आज के समय में मोटरसाइकिल , कार, बस और ट्रैन इत्यादि की सुविधा मौजूद है जिनकी मदद से आप काफी कम समय में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँच सकते है| लेकिन क्या आप जानते है की ग्लोबल वार्मिंग बढ़ने का एक कारण वाहन भी है, दरसल वाहनों में से निकलने वाली कार्बन-डाइऑक्साइड की वजह से तापमान में वृद्धि होती है, इसीलिए वर्तमान में ऐसे वाहनों पर काफी ज्यादा जोर दिया जा रहा है जिनमे से कार्बन डाई ऑक्साइड नहीं निकलती है|  

2 इलेक्ट्रॉनिक सामान

वर्तमान में अधिकतर घरो में एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर मौजूद है, लेकिन काफी कम लोग यह जानते है की एयर कंडीशनर और फ्रिज भी ग्लोबल वार्मिंग का एक कारण है, दरसल एयर कंडीशनर और फ्रिज में से क्लोरोफ्लोरोकार्बन निकलती है, क्लोरोफ्लोरोकार्बन वायुमंडल में मौजूद ओजोन परत को काफी प्रभावित करती है| यह तो आप जानते ही होंगे सूरज से निकलने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों को धरती पर आने से रोकने में ओजोन परत अहम् भूमिका निभाती है| क्लोरोफ्लोरोकार्बन ओजोन परत को नुक्सान पहुंचाती है, जिसकी वजह से पराबैंगनी किरणों को धरती पर आने का मार्ग मिल जाता है, जिसकी वजह से धरती का तापमान बढ़ता है|

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3 – जंगलो और वनों की कटाई 

आपने अपने आस पास के क्षेत्र में देखा होगा की पहले जहाँ पर जंगल और वन थे वहाँ पर आज बड़ी बड़ी बिलिडिंग या मकान बन गए है| पेड़ पौधे कार्बन डाई ऑक्साइड को ग्रहण करके ऑक्सीजन छोड़ते है, जिसकी वजह से कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा कम बढ़ती नहीं है लेकिन जिस तरह से घरेलू और व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करने के लिए वनों और जंगलो को नष्ट किया जा रहा है उससे ऑक्सीजन की मात्रा कम और कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा बढ़ रही है, कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा बढ़ना भी ग्लोबल वार्मिंग बढ़ने का एक कारण है|

4 – ग्लोबल वार्मिंग होने का कारण है औद्योगिक विकास  

वर्तमान में लगभग सभी देशो में औद्योगीकरण काफी तेजी से बढ़ती हुई नजर आ रही है, हालाँकि विकास सभी को पसंद आ रहा है लेकिन ग्लोबल वार्मिंग होने का एक कारण यह है भी दरसल जितनी भी कम्पनियां या फैक्ट्रियां लग रही है उन सभी से काफी अधिक मात्रा में जहरीला उत्सर्जन होता है जो पर्यावरण को बहुत ज्यादा नुक्सान पहुँचाता है| औद्योगीकरण की वजह से ग्लोबल वार्मिंग में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है, रिपोर्ट की माने तो वर्ष 1880 से लेकर वर्ष 2012 के बीच वैश्विक तापमान में लगभग 0.9 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखने को मिली है, हालाँकि आपको यह बहुत मामूली सी बढ़त लग रही होगी लेकिन तापमान में बढ़ोतरी होना किसी भी हिसाब से सही नहीं है क्योंकि अगर इस बढ़ोतरी को रोका नहीं गया तो आने वाले समय में काफी ज्यादा परेशानियो का सामना करना पड़ सकता है|

5 – ग्लोबल वार्मिंग का कारण है बढ़ती जनसंख्या

दुनिया के आबादी बहुत ज्यादा तेजी से बाद रही जो एक चिंता का विषय है, यह तो हम सभी अच्छी तरह से जानते है की इंसान ऑक्सीजन को ग्रहण करके कार्बन डाइऑक्साइड को छोड़ता है| जैसे जैसे जनसंख्या बाद रही है वैसे वैसे वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ती हुई दिखाई देगी, जिसकी वजह से ग्लोबल वार्मिंग की समस्या बढ़ती हुई नजर आने वाली है|

6 – ग्लोबल वार्मिंग के कारणों में शामिल है जलवाष्प

आपको बहुत अच्छी तरह से पता होगा की जब पृथ्वी का तापमान बढ़ता है तो समुद्र, तालाब और जलाशय इत्यादि से पानी वाष्पित होने लगता है| इस प्रक्रिया से भी ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा मिलता है इसीलिए जलवाष्प की प्रक्रिया को भी ग्लोबल वार्मिंग बढ़ने का करना माना जाता है|

7 – जंगल की आग

आए दिन न्यूज़ चैनल या पेपर में यह पढ़ने को मिलता है की उस जगह के जंगलो में आग लग गई है, आए दिन कहीं ना कहीं किसी ना किसी जंगल में आग लगती रहती है| जंगल में लगने वाली आग के बारे में जल्दी से पता नहीं चलता है और जब किसी भी जंगल में आग लग जाती है तो वो जल्दी से बुझती नहीं है क्योंकि जंगल की आग बहुत तीजी से फैलती है| जंगल में लगने वाली आग से काफी बड़ी मात्रा में कार्बन युक्त धुआं निकल कर वातावरण में घुल जाता है, जिसकी वजह से पृथ्वी का तापमान बढ़ जाता है जिसकी वजह से ग्लोबल वार्मिंग की परेशानी भी बढ़ जाती है|

8 – ग्लोबल वार्मिंग का कारण है ज्वालामुखी

ग्लोबल वार्मिंग होने का सबसे बड़ा प्राकृतिक कारण जवालामुखी होता है| दरसल जब जवालामुखी फटता है तो उसमे से निकलने वाली रख और धुआं वातावरण में शामिल हो कर जलवायु को प्रभावित कर देते है, जिसकी वजह से ग्लोबल वार्मिंग बढ़ती है| जवालामुखी से कई प्रकार की हानिकारक गैस भी निकलती है जो ग्लोबल वार्मिंग बढ़ाने में काफी ज्यादा सहायक होती है|

9 – उर्वरक और कीटनाशक भी है ग्लोबल वार्मिंग के कारण 

यह तो हम सभी जानते है की कीड़े भी फसल को नष्ट कर देते है, वर्तमान ऐसे कीड़ो से फसल बचाने के लिए कीटनाशक दवा मौजूद है| कीटनाशक का इस्तेमाल करके इंसान अपनी फसल को तो बचा लेता है लेकिन इन कीटनाशक से निकलने वाली हानिकारक गैस और तत्व ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ाने में सहायक होते है, इसके अलावा खेती की पैदावार बढ़ाने के लिए किसान कई तरह उर्वरक का इस्तेमाल करता है जो की मिटटी को नुक्सान पहुंचाने के साथ साथ वातावरण को भी काफी ज्यादा नुक्सान पहुँचाते है|

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ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव

ग्लोबल वार्मिंग बढ़ने से आपको काफी सारे बदलाव देखने को मिलेंगे, जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे है

1 – ग्लोबल वार्मिंग की वजह से धरती के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, वर्ष 1880 से लेकर अब तक लगभग एक डिग्री सेल्सियस तापमान में बढ़ोतरी हो चुकी है| जिस तरह से ग्लोबल वार्मिंग की वजह से तापमान में बढ़ोतरी हो रही है उसकी वजह से गलेशियर पिघलने लगेंगे| जिसकी वजह से भविष्य में समुद्र का जलस्तर बढ़ेगा, जलस्तर बढ़ने से आने वाले समय में तटीय क्षेत्रों में इसका विनाशकारी प्रभाव दिखाई देंगे|

2 – दुनिया के अलग अलग देशो में आए दिन सूखा और बाढ़ जैसी आपदाओं की खबर आप सुनते रहते होंगे, दरसल इन आपदाओं के आने का कारण जलवायु परिवर्तन भी है| जलवायु परिस्थितियों में बदलाव या जलवायु असंतुलन का मुख्य कारण ग्लोबल वार्मिंग है|

3 – ग्लोबल वार्मिंग का असर कृषि में भी देखने को मिलेगा, हालाँकि फिलहाल ग्लोबल वार्मिंग का दुष्प्रभाव कृषि पर देखने को नहीं मिल रहा है| लेकिन जैसे जैसे ग्लोबल वार्मिंग बढ़ेगी वैसे वैसे पृथ्वी का तापमान बढ़ता हुआ नजर आएगा, जिसकी वजह से पौधों के लिए जीवित रहना काफी ज्यादा मुश्किल होगा और ऐसी स्थिति में पेड़ पौधे मर जाएंगे| पेड़ पौधे ऑक्सीजन के साथ साथ भोजन के भी मुख्य स्रोत होते है, भविष्य में इस वजह भोजन की कमी भी देखने को मिल सकती है|

4 – ग्लोबल वार्मिंग बढ़ने पर काफी सारे रोगो में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, जैसे जैसे तापमान में बढ़ोतरी वैसे वैसे नई नई बीमारियां देखने को मिल सकती है इसके अलावा गर्मियों में मच्छर होना आम बात है लेकिन गर्मी बढ़ने पर मच्छर बढ़ेंगे, मच्छरों से कई सारी बीमारियां होती है यह तो हम सभी जानते है, ऐसे में मच्छर बढ़ने पर बीमारियां बढ़ने की प्रबल संभावना है|

5 – ग्लोबल वार्मिंग की वजह से प्राकृतिक आपदाएं जैसे बाढ़ और सुनामी इत्यादि बढ़ती हुई नजर आएंगी, वर्तमान में भी प्राकृतिक आपदाओं से हजारो लोगो की मृत्यु हो रही है| भविष्य में ग्लोबल वार्मिंग बढ़ने से प्राकृतिक आपदाएं भी ज्यादा आती हुई नजर आएंगी जिसकी वजह से ज्यादा इंसानो की मृत्यु हो सकती है|

6 – ग्लोबल वार्मिंग का नकारात्मक असर वन और जंगलो में भी देखने को मिलेगा, जब पेड़ पौधे मर जाएंगे तो ऐसी स्थिति में जानवरो के लिए भी काफी परेशानी उत्पन्न होगी| इसके अलावा कई सारे जानवर लुप्त भी हो सकते है, ग्लोबल वार्मिंग की वजह से जानवरो में भी कई प्रकार की बीमारियां देखने को मिल सकती है|

7 – ग्लोबल वार्मिंग का असर आने वाले समय में इंसानो में भी देखने को मिलेगा, जैसे जैसे धरती का तापमान बढ़ेगा वैसे वैसे इंसान का जीवन भी काफी ज्यादा मुश्किल होता हुआ दिखाई देगा| इसके अलावा बढ़ते तापमान की वजह से इंसान को कई सारी जानलेवा बीमारियो का भी सामना करना पड़ सकता है|

ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के उपाय

ऊपर आपने ग्लोबल वार्मिंग होने के कारण के बारे में जानकारी प्राप्त की, चलिए अब हम आपको ग्लोबल वार्मिंग रोकने के उपायों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ने से काफी सारी परेशानियो का सामना करना पड़ता है अगर जल्द ही ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए कुछ नहीं किया गया तो भविष्य में जीवन जीना काफी ज्यादा मुश्किल हो सकता है| चलिए अब हम आपको ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के उपायों के बारे में नीचे बता रहे है

1 – यह तो आप अच्छी तरह से जानते है की ऑक्सीजन का सबसे अच्छा स्रोत पेड़ पौधे है, पेड़ पौधे कार्बन डाई ऑक्साइड को ग्रहण करके ऑक्सीजन छोड़ते है| ग्लोबल वार्मिंग रोकने के लिए सबसे बेहतर उपाय है पेड़ पौधे लगाना, लेकिन वर्तमान में जिस तरह वन और जंगल काटे जा रहे है वो चिंता का विषय है| ऐसे में हम सभी को कोशिश करनी चाहिए की अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं जिससे वातावरण में ऑक्सीजन की कमी ना रहे|

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2 – वर्तमान में शायद ही कोई घर हो जिसमे बाइक या कार ना हो, वाहनों से निकलने वाली हानिकारक गैस वातावरण को प्रदूषित करने के साथ साथ ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ाने में अहम् योगदान है| ग्लोबल वार्मिंग रोकने के लिए हम सभी को अपने निजी वाहनों का इस्तेमाल कम से कम करने की कोशिश करनी चाहिए, हालाँकि वाहनों का इस्तेमाल कम करना आसान नहीं है, लेकिन हम आपको सलाह देंगे की जितना इस्तेमाल कम हो सके उतना बेहतर है| अगर आपको आस पास की जगह में जाना है तो पैदल या साइकिल का इस्तेमाल करना चाहिए, सरकार भी इस तरफ काफी ध्यान दे रही है और इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को काफी ज्यादा प्रमोट करती हुई नजर आ रही है|

3 – कचरा भी ग्लोबल वार्मिंग का कारण है, कचरे में मौजूद पॉलीथिन और अलग तरह की चीजों से कई तरह की हानिकारक गैस निकलती है जिसकी वजह से ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है| ऐसे में अगर रिसाइकिल की जाए तो ग्लोबल वार्मिंग को कम किया सकता है, वैसे हम सभी को ऐसी चीजों का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहिए जो आसानी से नष्ट हो सके| 

4 – ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का इस्तेमाल भी किया जा रहा है, थर्मल पावर और जीवाश्म ईंधनों की जगह सोलर और बायोमास ऊर्जा स्रोतों का इस्तेमाल करके ग्लोबल वार्मिंग को कम किया जा सकता है| 

5 – अगर आप ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में मदद करना चाहते है तो आपको घरो में इस्तेमाल किए जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए, और ऐसे उपकरण का इस्तेमाल करें जो बिजली बचाती हो जैसे बल्ब की जगह LED लाइट्स का इस्तेमाल करें| इसके आलावा सोलर एनर्जी का इस्तेमाल सबसे ज्यादा लाभकारी होता है, सोलर एनर्जी का इस्तेमाल जितना ज्यादा होगा उतना ही ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में मदद मिलेगी| 

6 – ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए हम सभी को अधिक से अधिक लोगो को जल्द से जल्द जागरूक करने की जरुरत है क्योंकि जितने ज्यादा लोग इस बारे में जानेंगे उतनी जल्दी ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में मदद मिलेगी| आज के समय में बहुत सारे इंसान ऐसे है जिन्हे ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जानकारी नहीं है, हमे ऐसे लोगो ग्लोबल वार्मिंग होने के कारण, प्रभाव और रोकने के उपायों के बारे में जानकारी देनी चाहिए| ग्लोबल वार्मिंग की जानकारी होने के बाद अधिकतर इंसान ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के उपायों को अपनाएंगे, जिससे बहुत ज्यादा लाभ मिलेगा इसीलिए हम सभी को सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान चलाना चाहिए|

ग्लोबल वार्मिंग का लाभ

ग्लोबल वार्मिंग के नुक्सान ही देखने को मिलते है लेकिन ग्लोबल के कुछ फायदे भी देखने को मिलते है, चलिए अब हम ग्लोबल वार्मिंग के फायदों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है

1 – दुनिया में कुछ क्षेत्र जैसे आर्कटिक, अंटार्कटिक और साइबेरिया इत्यादि है जहाँ पर हमेशा बर्फ जमी रहती है, ग्लोबल वार्मिंग की वजह से ऐसे क्षेत्रों में हल्की जलवायु और पेड़ पौधों की वृद्धि देखने को मिल सकती है|

2 – आपने कभी ना कभी हिमयुग के बारे में जरूर सुना होगा, ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ने से हिमयुग आने की संभावना ना के बराबर है या आप यह भी कह सकते है की ग्लोबल वार्मिंग के चलते कभी हिमयुग नहीं आएगा|

3 – ऐसे क्षेत्र जहाँ बर्फ जमी रहती है, ऐसे जगहों पर ग्लोबल वार्मिंग की वजह से परिवहन के रस्ते भी खुलते हुए दिखाई देंगे|

4 – ग्लोबल वार्मिंग की वजह से बर्फ जमी रहने वाली जगहों पर ठंड की वजह से होने वाली मौतों में कमी देखने को मिलेगी|

5 – लगातार जिस तरह से ग्लोबल वार्मिंग बाद रही है, उस हिसाब से भविष्य में बढ़ते मौसम की वजह से कुछ क्षेत्रों में कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है|

ग्लोबल वार्मिंग के नुक्सान

ऊपर आपने ग्लोबल वार्मिंग के फायदों के बारे में जाना अब हम आपको ग्लोबल वार्मिंग के नुक्सान के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है

1 – ग्लोबल वार्मिंग की वजह से स्वच्छ पानी का स्तर कम हो जाएगा|

2 – जैसे जैसे ग्लोबल वार्मिंग बढ़ती जाएगी वैसे वैसे कृषि उत्पादन में कमी देखने को मिलेगी

3 – प्राकृतिक सुंदरता में कमी देखने को मिलेगी

4 – ग्लोबल वार्मिंग की वजह से तापमान बढ़ेगा जिसकी वजह से जीवन जीने में भी काफी परेशानियां देखने को मिलेगी|

5 – ग्लोबल वार्मिंग बढ़ने की वजह से काफी सारी बीमारियां भी देखने को मिल सकती है|

निष्कर्ष –

ऊपर आपने ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जानकारी प्राप्त की, हम उम्मीद करते है की आपको हमारे लेख ग्लोबल वार्मिंग क्या है ?(global warming kya hai) में दी गई जानकारी पसंद आई होगी| अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई हो तो इसे अधिक से अधिक शेयर करने की कोशिश करें|

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