Cholesterol Kya Hota Hai? कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण | कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें

Cholesterol kya hota hai: वर्तमान समय में बहुत सारे पुरुष और महिला बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल की समस्या का सामना कर रहे है, हालाँकि कोलेस्ट्रॉल का नाम तो सभी ने कभी ना कभी जरूर सुना होता है| लेकिन काफी सारे इंसानो को कोलेस्ट्रॉल के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है, ऐसे में इंसान इंटरनेट का सहारा लेता है, इंटरनेट पर कोलेस्ट्रॉल क्या है? कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण, कोलेस्ट्रॉल कम करने के घरेलू उपाय क्या है? इत्यादि लिखकर सर्च करते है| आज हम अपने इस लेख में कोलेस्ट्रॉल से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करा रहे है, चलिए सबसे पहले हम आपको बताते है की कोलेस्ट्रॉल क्या है(cholesterol kya hota hai)   

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कोलेस्ट्रॉल क्या है? (Cholesterol kya hota hai)

हमारे शरीर में कई सारे तत्व मौजूद होते है, उन्ही तत्वों में से एक तत्व है कोलेस्ट्रॉल| कोलेस्ट्रॉल का उत्पादन लिवर करता है और यह वसायुक्त तत्व होता है| हमारे शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल मौजूद होते है जिन्हे हम गुड और बेड कोलेस्ट्रॉल के नाम से जानते है| गुड कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होता है और जब शरीर में बेड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है तो इंसान कई सारी घातक परेशानियो का सामना करना पड़ सकता है| कोलेस्ट्रॉल प्रोटीन के साथ मिलकर लिपोप्रोटीन का निर्माण करता है, लिपोप्रोटीन फैट को ब्लड में घुलने से रोकने का काम करता है| चलिए अब हम आपको कोलेस्ट्रॉल के प्रकार के बारे में बता रहे है

कोलेस्ट्रॉल के प्रकार

ऊपर आपने पढ़ा की कोलेस्ट्रॉल क्या होता है? (cholesterol kya hota hai) चलिए अब हम कोलेस्ट्रॉल के प्रकार के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है, मुख्य रूप से कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार का होता है 

HDL (उच्च घनत्व लिपोप्रोटीन) – HDL या उच्च घनत्व लिपोप्रोटीन को गुड कोलेस्ट्रॉल के नाम से भी जाना जाता है| गुड कोलेस्ट्रॉल ब्लड धमनियों में मौजूद फालतू कोलेस्ट्रॉल को लीवर में पहुँचाने का काम करता है, फिर यह कोलेस्ट्रॉल पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाता है।

LDL (निम्न घनत्व लिपोप्रोटीन) – LDL या निम्न घनत्व लिपोप्रोटीन बेड कोलेस्ट्रॉल के नाम से जाना जाता है| बेड कोलेस्ट्रॉल ब्लड धमनियों में प्लेक को जमा करने में मददगार होता है, प्लेक जमने की वजह से ब्लड धमनियों में ब्लड फ्लो धीमा होने लगता है, ऐसे में अगरसमे से इलाज ना किया जाएं तो ब्लड फ्लो धीरे-धीरे बंद हो जाता है, जिसकी वजह से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और सीने में दर्द जैसी गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है|

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण (Causes of Cholesterol in hindi)

ऊपर आपने जाना की कोलेस्ट्रॉल क्या है (cholesterol kya hota hai) अब हम आपको शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने के कारणों के बारे में बताने जा रहे है| अगर आपको कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारणों के बारे में जानकारी होती है तो आप आसानी से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से रोक सकते है, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के निम्न कारण होते है

1 – वर्तमान समय में भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर इंसान असंतुलित आहार का सेवन करते है जिसकी वजह से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है| यह तो आप समझ ही गए होंगे की कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण असंतुलित भोजन भी होता है, इसीलिए अगर आप कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ने से रोकना चाहते है तो ऐसे आहार जिनमे वसा अधिक मात्रा में होती है जैसे लाल फैटी मांस, मक्खन, केक, पनीर और घी इत्यादि का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए|

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2 – हाई कोलेस्ट्रॉल या कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का प्रमुख कारण अनुवांशिकता भी होता है, अगर आपके परिवार के किसी सदस्य जैसे, दादा, दादी, चाचा, ताऊ, माता और पिता इत्यादि में से किसी को पहले से हाई कोलेस्ट्रॉल की परेशानी रही है तो हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या का सामना आपको भी करना पड़ सकता है| आनुवंशिक हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से इंसान को ब्लॉकेज और स्ट्रोक परेशानियो का सामना करना पड़ सकता है|

3 – कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण शराब का सेवन भी होता है, शराब का सेवन करने वाले इंसानो के लीवर और हार्ट की मांसपेशियों को काफी ज्यादा नुकसान पहुँचता है| जिसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या और शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है|

4 – शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने का प्रमुख कारण मानसिक तनाव भी होता है, दरसल जब कोई भी इंसान तनाव में होता है तो इस स्थिती में इंसान अपने आपको तनाव से दूर करने या अपने आपको तसल्ली देने के लिए धूम्रपान या शराब का सेवन और फैटी आहार का सेवन करता है| इसलिए अगर तनाव लम्बे समय तक बना रहता है तो इसकी वजह से भी कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है|

5 – कुछ बीमारियाँ ऐसी होती है जिसकी वजह से भी कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है जैसे शुगर और हाइपोथायराइडिज्म इत्यादि बीमारियो की वजह से शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल बढ़ जाता है|

6 – कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक कारण थाइरॉइड की परेशानी भी होती है| 

7 – अगर आप लम्बे समय से गुर्दे या किडनी की बीमारी से पीड़ित है तो आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है|

8 – कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण डायबिटीज की बीमारी भी होती है, मधुमेह की परेशानी से पीड़ित इंसान के शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने की प्रबल सम्भावना होती है| 

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण (High Cholesterol Symptoms in Hindi)

ऊपर आपने कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारणों के बारे में जानकारी प्राप्त की, अब हम आपको हाई कोलेस्ट्रॉल या कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| हालाँकि हाई कोलेस्ट्रॉल या शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण नहीं होते है आमतौर पर कुछ बीमारियां होना कोलेस्ट्रॉल बढ़ने को दर्शाता है| नियमित रूप से ब्लड टेस्ट की मदद से आप ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा के बारे में पता कर सकते है, चलिए अब हम आपको कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षणों के बारे में जानकारी दे रहे है 

1 – शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने का लक्षण पैरों में सूजन आना भी होता है, जब किसी भी इंसान के शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है तो पीड़ित को पैरो में सूजन की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है| पैरो में सूजन की समस्या होना कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के शुरुआती लक्षणों में से एक होता है।

2 – अचानक से पैरों का ठंडा होना भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का लक्षण होता है, अगर आपके पैर ठंडे हो रहे है तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल ना करें क्योंकि यह हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत भी हो सकता है|

3 – कुछ मामलो में जब इंसान के शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता है तो इंसान की त्वचा के रंग में बदलाव आने लगता है। अगर आपको अपनी त्वचा में ऐसा कोई बदलाव दिखाई दे रहा है तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए|

4 – हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण में शामिल है पैरों में दर्द, हालाँकि पैरो में दर्द होना बहुत ही आम परेशानी होती है और पैरो में दर्द होने के कई अन्य कारण भी हो सकते है|

5 – अल्सर की परेशानी किसी भी इंसान को कभी भी हो सकती है, लेकिन अगर आपको अल्सर की परेशानी है और वो जल्दी से ठीक नहीं हो रही है तो इसके पीछे की वजह हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी हो सकती है| शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने पर अल्सर की परेशानी जल्दी से ठीक नहीं होती है|

6 – आज के समय में सिर में दर्द की परेशानी बहुत ही आम होती है और अधिकतर पुरुष या महिला सिर दर्द की समस्या से पीड़ित होते है| हालाँकि सिर दर्द होने के बहुत सारे कारण होते है, जिनमे से एक कारण हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी होती है, दरसल जब किसी भी इंसान के शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है तो पीड़ित के सिर की सभी नसों में सही तरह से ब्लड सप्लाई नहीं हो पता है, जिसकी वजह से सिर में दर्द और चक्कर आने या संवेदना खोने इत्यादि परेशानी हो सकती है|

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7 – जब कोई भी इंसान अधिक परिश्रम या मेहनत का काम करता है तो इंसान की सांस फूल जाती है लेकिन अगर काफी कम परिश्रम या मेहनत करने पर आपकी सांस फूलने लगे तो यह चिंता का विषय है| अगर आपके साथ भी ऐसी परेशानी हो रही है तो अपना कोलेस्ट्रॉल जरूर चेक करवा लें क्योंकि शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने पर कम काम करने पर ज्यादा थकावट महसूस होती है|

8 – हाई कोलेस्ट्रॉल का लक्षण मोटापा भी होता है, अगर अचानक से बिना किसी खास वजह के आप मोटे हो रहे है तो इसके पीछे की वजह कोलेस्ट्रॉल बढ़ना भी हो सकता है| इसके आलावा कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने पर इंसान को सामान्य से ज्यादा पसीना आना और अधिक गर्मी लगना इत्यादि परेशानी का सामना करना पड़ सकता है|

9 – कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षणों में शामिल है सीने में दर्द या बेचैनी, किसी भी इंसान के शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने पर दिल की बीमारियों और स्ट्रोक आने का खतरा काफी ज्यादा होता है| किसी भी इंसान को सीने में दर्द की परेशानी होने पर, बेचैनी होने पर या दिल बहुत जोर-जोर से धड़कने पर कोलेस्ट्रॉल का लेवल जरूर चेक करवाना चाहिए|

कोलेस्ट्रोल कम करने के घरेलू उपाय (Home Remedies for Cholesterol in Hindi) / How to Reduce Cholesterol in Hindi

कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो जाने पर काफी सारे लोग घरेलू नुस्खों को आजमाना पसंद करते है, चलिए अब हम आपको कोलेस्ट्रॉल कम करने के घरेलू नुस्खों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है जिन्हे अपनाकर आप आसानी से घर पर ही कोलेस्ट्रॉल के लक्षणों को कम कर सकते है, कोलेस्ट्रॉल कम करने के घरेलू उपाय निम्न प्रकार है 

कोलेस्ट्रॉल कम करने का घरेलू उपाय है अखरोट

अखरोट खाना लगभग सभी को पसंद होता है, नियमित रूप से सिमित मात्रा में अखरोट खाने के बहुत सारे फायदे होते है, अखरोट खाने से हमारे शरीर को तुरन्त एनर्जी भी मिलती है| अखरोट में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व जैसे फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, ओमेगा-3, कॉपर और फॉस्फोरस इत्यादि कोलेस्ट्रॉल के लक्षणों को कम करने में सहायक होते है| रोजाना सुबह तीन से चार अखरोट का सेवन करने से रक्तवाहनियों में जमा कोलेस्ट्रॉल धीरे धीरे पिघलने लगता है, इसके अलावा बैड कोलेस्ट्रॉल को वापस यकृत में भेज देता है जिसकी मदद से बीएड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने लगती है|

कोलेस्ट्रॉल को कम करने में लाभकारी है ओट्स

अगर आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ गई है और आप कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए घरेलू उपाय सर्च कर रहे है तो ओट्स आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है| ओट्स में बीटा ग्लूकॉन नामक गाढ़ा चिपचिपा तत्व मौजूद होता है जो हमारे शरीर में मौजूद आंतों की सफाई करने में मददगार होती है, जिसकी वजह से कब्ज की समस्या नहीं होती है| कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने के लिए नियमित रूप से ओट्स का सेवन करने से जल्द आराम मिलता है|

कोलेस्ट्रॉल का घरेलू इलाज है अलसी के बीज

अलसी के बीज का नाम तो आपने सुना ही होगा अगर आपको अलसी के बीजो के बारे में जानकारी नहीं है तो हम आपको बता दें की अलसी के बीज आपको आसानी से पंसारी की दुकान पर मिल जाते है| अलसी के बीज में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होते है| सबसे पहले आप थोड़े से अलसी के बीज लेकर उसे महीन पीस कर चूर्ण बना लें, उसके बाद एक गिलास छाछ लेकर उसमे थोड़ा सा अलसी के बीजो का पॉउडर डालकर अच्छी तरह से मिलाकर पी लें| नियमित रूप से अलसी के बीजो का सेवन करने से कुछ दिनों में ही आपको बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल की समस्या से आराम मिलता है| 

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कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक है काला चना

लगभग सभी घरो में काले चने का सेवन अलग रूपों में किया जाता है, कुछ लोग काले चने की सब्जी बनाते है, कुछ लोग काले चने भिगोकर खाते है और कुछ लोग काले चनो को उबालकर खाते है| अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीड़ित है तो काला चना आपकी इस परेशानी को कम करने में मददगार होते है, काले चने में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व जैसे फाइबर, विटामिन-ए, बी.सी, डी, आयरन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, मैग्नीशियम और फास्फोरस इत्यादि कोलेस्ट्रॉल की परेशानी से आराम दिलाने में सहायक होते है| सबसे पहले रात में लगभग एक मुट्टी काले चने लेकर पानी में अच्छी तरह से भिगोकर रख दें, फिर अगली सुबह उठकर खाली पेट भीगे हुए चनों को खाली पेट खा लें, चने खाने के बाद जिस पानी में चने भिगोये गए थे उस पानी को ऊपर से पी लें| नियमित रूप से भीगे चने खाने से जल्द कोलेस्ट्रॉल की समस्या में आराम मिलता है|  

कोलेस्ट्रॉल कम करने की देसी दवा है अर्जुन की छाल

अर्जुन के पेड़ की छाल का नाम आपने कभी ना कभी जरूर सुना होगा, अर्जुन की छाल कई सारी बीमारियो को दूर करने में मददगार होती है| अगर आपके पास अर्जुन की छाल उपलब्ध नहीं है तो यह आपको आसानी से पंसारी की दुकान पर मिल जाएगी। कोलेस्ट्रॉल को कम करने की घरेलू दवा बनाने के लिए सबसे पहले एक गिलास पानी लेकर उसे गर्म होने के लिए रख दें| फिर इस पानी में थोड़ी सी अर्जुन की छाल डालकर पानी को उबलने दें, पानी को तब तक उबालें जब तक पानी आधा ना हो जाएं, जब पानी उबलकर आधा हो जाएं तब गैस बंद कर दें| जब पानी ठंडा हो जाएं तब किसी कप में मिश्रण को छान लें और मिश्रण को चाय की तरह सिप सिप लेकर पी लें, नियमित रूप से अर्जुन की छाल की चाय पीने से कुछ दिनों में ही कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होने लगता है| 

कोलेस्ट्रॉल के लक्षणों को कम करने में सहायक है धनिया पाउडर

लगभग सभी घरो में धनियां पॉउडर का इस्तेमाल किया जाता है, धनियां पॉउडर खाने का स्वाद बढ़ने के साथ साथ कई सारी परेशानियो को दूर करने में मददगार होता है| धनिया पॉउडर में मौजूद हाइपोलिपिडेमिक, हाइपोकोलेस्ट्रॉलमिक, एंटीऑक्सीडेंट गुण और जरुरी पोषक तात कोलेस्ट्रॉल के लक्षणों को कम करने में मददगार होते है| 

कोलेस्ट्रॉल में क्या खाना चाहिए

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की परेशानी में अगर आप संतुलित आहार लेते है तो कुछ हद तक आप अपनी इस परेशानी को आसानी से कम कर सकते है, चलिए अब हम आपको बताते है की कोलेस्ट्रॉल की परेशानी में आपको किन चीजों का सेवन करना चाहिए

1 – कोलेस्ट्रॉल की परेशानी में आराम पाने के लिए पीड़ित को फाइबर युक्त आहार का सेवन करना लाभकारी होता है, नियमित रूप से साबूत अनाज, दलिया और जई का सेवन करें|

2 – ताजे फलो का सेवन फायदेमंद होता है, पीड़ित को सेब, संतरा, केला, नाशपाती और सूखे बेर इत्यादि का सेवन करना चाहिए|

3 – पीड़ित को अपना आहार में बीन्स, दाल, छोले, काले मटर और लिमा बीन्स का सीन लाभकारी होता है|

4 – कोलेस्ट्रॉल की परेशानी में मरीज के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ जैसे मछली का तेल, चिया सीड्स, अलसी का तेल, अखरोट, सोया तेल, सोयाबीन और टोफू का सेवन फायदेमंद होता है|

कोलेस्ट्रॉल में क्या नहीं खाना चाहिए ? या कोलेस्ट्रॉल में परहेज

ऊपर आपने जाना की कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या खाना चाहिए? चलिए अब हम आपको कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए? या हाई कोलेस्ट्रॉल में किन चीजों का परहेज करना चाहिए? के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| अगर आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ गया है और ऐसे में आप परहेज नहीं करते है तो कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ सकता है, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर निम्न चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए

1 – अगर आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ गई है तो आपको मीट या चिकन का सेवन करने से बचना चाहिए|

2 – मीठे का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए, पीड़ित को केक, पेस्ट्री, आइसक्रीम और चॉकलेट्स जैसी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए|

3 – ऐसे आहार जिनमे ज्यादा फैट जैसे फुल फैट वाले दूध और पनीर इत्यादि चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए|

4 – हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीड़ित इंसान ऑयली फूड्स या अधिक तला भुना भोजन बिल्कुल नहीं करना चाहिए|

5 – जंक फूड का सेवन करने से परहेज करें

6 – अगर आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ रही है तो शराब, धूम्रपान और मादक पदार्थो का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए|

निष्कर्ष –

ऊपर आपने कोलेस्ट्रॉल से सम्बंधित जानकारी प्राप्त की है, लेकिन अंत में हम आपको सलाह देंगे की अगर बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के लक्षण दिखाई दें तो लापरवाही बिलकुल ना करें तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें|

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