वर्तमान में शायद ही कोई पुरुष या महिला हो जिसने कभी ना कभी एड्स का नाम (aids kya hai) ना सुना हो। अधिकतर इंसान इस बिमारी को गलत नजरिए से देखते है क्योंकि लोगो का मानना है की एड्स अधिक लोगो से शारीरिक सम्बन्ध बनाने की वजह से होता है। जबकि यह बात पूर्ण रूप से सच नहीं है एड्स होने के बहुत सारे कारण होते है। आज के समय में दुनियाभर में करोड़ो लोग इस बिमारी से पीड़ित है। एड्स को जानलेवा बिमारी के रूप में जाना जाता है। काफी सारे मामलो में देखा गया है की इंसान एड्स के लक्षण दिखाई देने पर भी अपनी जांच या इलाज नहीं करवाते है क्योंकि उन्हें लगता है की अगर उनकी बिमारी का पता अन्य लोगो को लग गया तो वो उनसे मतलब नहीं रखेंगे या गिरी हुई नजरो से देखेंगे।
वैसे तो अधिकतर इंसान इस बिमारी के बारे में जानते है लेकिन कुछ इंसान ऐसे भी होते है जिन्हे एड्स का नाम तो पता होता है लेकिन उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है। एड्स के बारे में इंसान जानकारी प्राप्त करने के लिए इंटरनेट पर एड्स क्या है? एड्स होने के कारण, एड्स होने के लक्षण और एड्स में क्या खाना चाहिए इत्यादि लिखकर सर्च करता है। अगर आपको भी एड्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो हमारा यह लेख अंत जरूर पढ़ें। चलिए अब हम सबसे पहले आपको एड्स क्या होता है (aids kya hai)? इसके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
एड्स क्या है (aids kya hai)?
एड्स बहुत ज्यादा गंभीर बिमारी होती है जो एचआईवी वायरस की वजह से होती है। जब एचआईवी वायरस किसी भी इंसान के शरीर में प्रवेश कर जाता है तो यह इंसान के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है। एचआईवी वायरस होने का मतलब यह नहीं है की आप एड्स की समस्या से पीड़ित है लेकिन एड्स से पीड़ित इंसान एचआईवी वायरस से पीड़ित जरूर होता है। एड्स (aids kya hai) की परेशानी किसी भी महिला या पुरुष को किसी भी उम्र में हो सकती है। एड्स को लेकर लोगो के मन में गलत विचार ज्यादा रहते है जैसे एड्स एक से ज्यादा लोगो के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने से होता है जब की एड्स होने के कई सारे कारण होते है। एड्स होने के कारणों के बारे में हम आपको नीचे जानकारी दे रहे है। सरल भाषा में समझे तो कुछ लोग एड्स को छूत की बिमारी मानते है जबकि ऐसा कुछ नहीं है एड्स छूने से नहीं फैलता है।
एड्स की फुल फॉर्म हिंदी और अंग्रेजी में
ऊपर आपने पढ़ा की एड्स क्या है (aids kya hai)? कुछ लोगो के मन में यह सवाल होता है की एड्स की फुल फॉर्म क्या होती है। चलिए अब हम आपको एड्स की फुल फॉर्म हिंदी और अंग्रेजी में बता रहे है
AIDS Full Form In Hindi – एक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंसी सिंड्रोम
AIDS Full Form In English – Acquired Immune Deficiency Syndrome
एड्स के लक्षण क्या है?
ऊपर आपने जाना की एड्स क्या है (aids kya hai)? अब हम आपको एड्स के लक्षणों के बारे में बताने जा रहे है। काफी सारे इंसानो के मन में यह सवाल रहता है की एड्स के लक्षण कौन कौन से होते है? एड्स के लक्षणों के बारे में जानकारी सभी इंसानो को होनी चाहिए। अगर आपको एड्स के लक्षण पता होते है तो आप इसका पता शुरूआती अवस्था में ही लगा सकते है। एड्स के लक्षण सभी इंसानो में एक जैसे नहीं होते है। अलग अलग पीड़ित इंसान में अलग अलग लक्षण देखने को मिल सकते है। काफी सारे मामलो में पीड़ित में एड्स के लक्षण दिखाई भी नहीं देते है। चलिए अब हम आपको एड्स के लक्षणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
1 – एड्स की शुरूआती अवस्था में पीड़ित को बुखार की समस्या हो सकती है। जब किसी इंसान में संक्रमण हो जाता है तो शुरआती दो सप्ताह से लेकर छह सप्ताह तक बुखार की परेशानी हो सकती है। लेकिन यह जरुरी नहीं है की बुखार लम्बे समय तक रहे छह सप्ताह बाद बुखार की परेशानी समाप्त हो जाती है। इसीलिए बुखार होने पर लापरवाही ना करें तुरंत डॉक्टर से परामर्श और इलाज कराएं।
2 – एड्स का लक्षण ठंड लगना भी होता है। हालाँकि ठंड लगने के कारण अन्य भी हो सकते है।
3 – अगर आपके गले में खराश की समस्या बनी हुई है तो इसके पीछे का कारण एड्स भी हो सकता है। गले में खराश होने का कारण थ्रोट इन्फेक्शन या बलगम इत्यादि भी हो सकते है, इसीलिए गले में खराश होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
4 – बिना किसी कारण के मांसपेशियों में दर्द होना भी एड्स के लक्षणों में शामिल है।
5 – पूरे शरीर पर या शरीर के किसी हिस्से पर चकत्ते होने के पीछे की वजह एड्स भी हो सकती है।
6 – अगर किसी इंसान को रात में नार्मल से ज्यादा पसीना आ रहा है या बिना कारण के रात में पसीना आ रहा है तो यह भी एड्स के लक्षणों में शामिल है।
7 – बिना मेहनत का काम किए दिन भर थकान या सुस्ती रहती है तो इसके पीछे की वजह एड्स भी हो सकती है।
8 – एड्स के अलक्षणो में शामिल है ज्वाइंट पेन।
9 – अगर आपके शरीर की ग्रंथियों में सूजन की समस्या आ रही है तो डॉक्टर से सलाह लें की इसके पीछे का कारण एड्स तो नहीं है।
ऊपर हमने आपको एड्स के सामान्य लक्षणों के बारे में बताया है। एड्स के काफी सारे लक्षण पुरुष और महिला में अलग अलग देखने को मिलते है। चलिए अब हम आपको पुरुषो में एड्स के लक्षण और महिलाओ में एड्स के लक्षणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है।
महिलाओं में एचआईवी के लक्षण
ऊपर आपने एड्स के आम लक्षणों के बारे में जानकारी प्राप्त की। महिलाओ के शरीर में एड्स के लक्षण अलग भी होते है। चलिए अब हम आपको महिलाओ में एड्स के लक्षणो के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है।
1 – आमतौर पर स्वस्थ महिला के पीरियड्स 28-30 दिन के होते है। लेकिन अगर किसी महिला के पीरियड्स साइकिल में बदलाव हो रहा है तो ऐसी महिला को डॉक्टर से सलाह लेना जरुरी है क्योंकि पीरियड साईकिल में बदलाव होने का कारण एड्स भी हो सकता है।
2 – महिलाओ में एड्स के लक्षण में शामिल है अचानक से वजन का कम होना। अगर किसी भी महिला का अचानक से वजन कम हो रहा है या महिला की भूख अचानक से कम हो गई है तो इसके पीछे का कारण एड्स भी हो सकता है।
3 – किसी भी महिला के पेट में लगातार समस्या बनी हुई है तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेने की जरूरत है।
4 – एड्स के लक्षणों में शामिल है लिंफ नोड्स में सूजन की समस्या होना।
5 – शरीर में लाल चकते होने के पीछे का कारण एड्स भी हो सकता है।
पुरुषों में एड्स के लक्षण
ऊपर आपने महिलाओ में एड्स के लक्षण के बारे में जाना। अब हम आपको पुरुषो में एड्स होने के लक्षणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है। पुरुषो में एड्स के लक्षण माहिलाओ के लक्षणो से बिलकुल अलग होते है।
1 – किसी भी पुरुष को टेस्टिकल्स में दर्द महसूस हो रहा है तो इस दर्द के पीछे की वजह एड्स भी हो सकता है।
2 – पुरुषो में एड्स के लक्षणों में शामिल है प्रोस्टेट ग्लैंड में सूजन।
3 – अगर किसी भी पुरुष के पेनिस एरिया में सूजन आ रही है तो कभी भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए। तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए क्योंकि सूजन आने का कारण एड्स भी हो सकता है।
4 – इरेक्टाइल डिस्फंक्शन भी एड्स के लक्षणों में शामिल है।
5 – पुरुषो में इनफर्टिलिटी की समस्या काफी देखने को मिलती है। इनफर्टिलिटी की समस्या होने के कारण बहुत सारे होते है लेकिन कुछ मामलो में एड्स की वजह से भी यह समस्या देखने को मिलती है।
6 – अगर किसी पुरुष के शरीर में मौजूद रेक्टम और टेस्टिकल्स की थैली में दर्द की शिकायत हो रही है तो इसके पीछे की वजह एड्स भी हो सकती है।
7 – एड्स के लक्षणों में शामिल है हाइपोगोनैडिज्म के लक्षण दिखाई देना।
एड्स होने के कारण कौन कौन से है?
ऊपर आपने एड्स क्या है (aids kya hai)? और एड्स के लक्षणों के बारे में पढ़ा। अब हम आपको एड्स होने के कारणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है। कुछ इंसानो का मानना है की एड्स की समस्या से पीड़ित इंसान को छूने से एड्स फैलता है और इसके अलावा हवा, पानी और किसी कीड़े के काटने से भी एड्स हो सकता हालाँकि यह सच नहीं है। नीचे हम आपको एड्स होने के कारणों के बारे में बता रहे है
1 – एड्स होने का कारण असुरक्षित यौन संबंध भी होता है। अगर कोई भी पुरुष या महिला किसी ऐसे इंसान के साथ असुरक्षित शारीरिक सम्बन्ध बनाता है तो ऐसे में स्वस्थ पुरुष या महिला को एड्स होने की प्रबल संभावना होती है। इसीलिए हमेशा असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचना चाहिए।
2 – जब किसी भी इंसान के शरीर में खून की कमी हो जाती है तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर मरीज के शरीर में खून को चढ़ाते है। अगर किसी भी इंसान को संक्रमित ब्लड चढ़ा दिया जाता है तो वो इंसान भी एड्स की समस्या से पीड़ित हो जाता है। इसके अलावा पीड़ित को ब्लड देने वाला इंसान अगर एड्स की समस्या से पीड़ित है तो जिस इंसान को खून दिया जा रहा है वो भी एड्स की समस्या से पीड़ित हो जाता है।
3 – काफी सारे मामलो में एड्स होने का कारण वेजाइनल, एनल या ओरल यौन संबंध बनाना भी देखा गया है। इस तरह के सम्बन्ध बनाने से भी संक्रमण एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है।
4 – अक्सर आपने देखा होगा कुछ डॉक्टर या कम्पाउंडर पुराना या इस्तेमाल किया हुआ इंजेक्शन नए मरीज के लगा देते है। अगर किसी भी स्वस्थ इंसान के एचआईवी संक्रमित इंसान के लगाई हुई सुई लगा दी जाती है तो उस स्वस्थ इंसान के अंदर भी संक्रमण हो सकता है।
5 – जब किसी भी गर्भवती महिला को एड्स होता है तो ऐसी स्थिति में उस महिला के गर्भ में पल रहे शिशु को भी एड्स होने की संभावना होती है।
6 – अगर किसी महिला को एड्स की समस्या है और वो स्तनपान कराती है तो ऐसे में स्तनपान करने वाले शिशु में भी संक्रमण हो सकता है।
7 – नशे के इंजेक्शन लगाने वाले इंसानो में भी संक्रमण फ़ैल सकता है। अक्सर नशे के इंजेक्शन लगाने वाले लोग एक ही सुई से कई सारे लोग नशा कर लेते है। अगर किसी भी इंसान के अंदर संक्रमण होता है तो उस इंसान के द्वारा लगाए इंजेक्शन से अन्य लोग भी संक्रमित हो सकते है।
एड्स के बचाव के उपाय
ऊपर आपने एड्स होने के कारण और एड्स के लक्षणों के बारे में पढ़ा। अब हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे है जिन्हे अपनाने से आप आसानी से अपने आपको एड्स की समस्या से बचा सकते है। एड्स से बचने का सबसे अच्छा उपाय है सावधानी और जागरूकता। नीचे बताए जा रहे उपायों को अपनाकर आप आसानी से एड्स की समस्या से बच सकते है
1 – अगर आप अपने आपको एड्स की समस्या होने से बचाना चाहते है तो कभी भी अपने जीवन साथी के अलावा किसी भी अन्य पुरुष या महिला के साथ यौन संबंध ना बनाएं।
2 – कभी भी असुरक्षित शारीरिक सम्बन्ध नहीं बनाने चाहिए। यौन सम्बन्ध बनाने से पहले सुरक्षा के लिए निरोध का इस्तेमाल करें। बिना निरोध के कभी भी शारीरिक सम्बन्ध ना बनाएं।
3 – किसी भी प्रकार के नशे के सेवन से बचना चाहिए। कभी भी किसी इंसान के द्वारा नशे के लिए इस्तेमाल की गई सुई या इंजेक्शन का इस्तेमाल अपने ऊपर बिलकुल ना करें।
4 – अगर आप नाई के पास शेविंग कराने जा रहे है तो इस बात का खास ख्याल रखें की शेविंग के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला ब्लेड नया होना चाहिए। किसी भी स्थिति इस्तेमाल किया हुआ ब्लेड का इस्तेमाल ना करवाएं।
5 – अगर कोई महिला एड्स की परेशानी से पीड़ित है तो ऐसी महिला को गर्भ धारण नहीं करना चाहिए। अगर एड्स की परेशानी से पीड़ित महिला गर्भ धारण करती है तो ऐसे उसके गर्भ में पलने वाले शिशु को भी एड्स की परेशानी हो सकती है।
6 – अगर आपको ब्लड की जरुरत है तो कभी भी किसी भी अनजान इंसान से बिना जांच कराएं ब्लड बिलकुल ना लें। अगर आप ब्लड बैंक से भी ब्लड ले रहें है तो चेक कर लें की ब्लड संक्रमण रहित होना चाहिए।
7 – किसी भी बीमारी या परेशानी को दूर करने के लिए अगर इंजेक्शन लगाया जा रहा है तो हमेशा नई सिरिंज का इस्तेमाल करें।
एड्स से पीड़ित इंसान को क्या खाना चाहिए
जब कोई भी इंसान एड्स की समस्या से पीड़ित होता है तो अक्सर पीड़ित को यह समझ में नहीं आता है की एड्स की समस्या से पीड़ित इंसान को क्या खाना चाहिए या एड्स के मरीज क्या खाएं? चलिए अब हम आपको बताते है की एड्स के मरीज को किन किन चीजों का सेवन करना चाहिए
1 – एड्स की समस्या से पीड़ित इंसान को ताजे फल और सब्जियाँ का सेवन करना चाहिए।
2 – पीड़ित को अपनी डाइट में साबुत अनाज को भी जरुरी शामिल करना चाहिए।
3 – नियमित रूप से दाल का सेवन भी करना चाहिए।
4 – एड्स की समस्या से पीड़ित इंसान को कम फैट वाले आहार का सेवन करना लाभकारी होता है।
एड्स में परहेज । एड्स में किन चीजों को नहीं खाना चाहिए
जब कोई इंसान किसी भी बिमारी से पीड़ित होता है और बीमारी एक चलते इंसान अपने खाने पीने का ख्याल नहीं रखता है तो ऐसी स्थिति में परेशानी या बिमारी बड़ जाती है। अगर आप एड्स की समस्या से पीड़ित है और आप परहेज नहीं करते है तो ऐसे में आपकी परेशानी बड़ सकती है। चलिए अब हम आपको बताते है की एड्स में आपको किन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए
1 – अगर आप एड्स की बीमारी से पीड़ित है तो आपको मिठाइयो का सेवन करने से बचना चाहिए। अगर सेवन करना जरुरी है तो कम से कम मात्रा में सेवन करें।
2 – पीड़ित को ठंडा पानी या ठंडे पेय पदार्थो का सेवन नहीं करना चाहिए। किसी भी प्रकार के ठंडे पदार्थ का सेवन करने से पहले एक बार चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।
3 – शराब या किसी भी प्रकार के मादक पदार्थ का सेवन करने से परहेज करें।
4 – बाहर का खाना या फ़ास्ट फ़ूड या जंक फ़ूड का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए।
5 – चिप्स और बिस्कुट का सेवन भी करने से बचना चाहिए।
एड्स का इलाज है या नहीं
एड्स एक गंभीर बिमारी है और इसका इलाज मौजूद नहीं है। लेकिन अगर एड्स (aids kya hai) का पता शुरूआती दौर में पता चल जाएं तो दवा के माध्यम से रोकथाम और नियंत्रित किया जा सकता है। कई सारे देशो में इसी बिमारी के इलाज पर रिसर्च चल रही है और उम्मीद है की बहुत जल्द एड्स की दवा भी मिलने लगेगी।
निष्कर्ष –
ऊपर हमने आपको एड्स क्या है (aids kya hai)? और एड्स होने के कारण क्या है? के बारे में जानकारी दी है। एड्स के बारे में सही और पूर्ण जानकारी काफी कम लोगो को होती है। इसीलिए हमारे इस पेज को अधिक से अधिक शेयर करके ऐसे लोगो के पास तक पहुंचाने में मदद करें जिन्हे एड्स के बारे में अधिक जानकारी नहीं है।